रायबरेली। उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) ने सोमवार को बछरावां सीएचसी (CHC) का औचक निरीक्षण किया। निरीक्षण कर वार्डों में भर्ती मरीजों और उनके तीमारदारों से हाल-चाल लिया। इस दौरान मिली कमियों पर उन्होंने मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) को फटकार लगाई है।
उपमुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक(Brajesh Pathak) अचानक बछरावां सीएचसी पहुंचे। उन्होंने अपने वाहनों को काफी दूर रोका और पैदल ही एक सामान्य नागरिक की तरह परिसर में घूमे फिर पर्चा काउंटर में अपना पर्चा बनवाया। किसी को यह नहीं पता था कि उपमुख्यमंत्री सीएचसी का निरीक्षण कर रहे हैं। उसके बाद लैब पहुंचे और यहां होने वाली जांचों के बारे में जानकारी ली और अधीक्षक के कमरे की ओर जाने लगे।
इस बीच कहीं से पता चला तो सीएचसी अधीक्षक उपस्थित रजिस्टर जल्दबाजी में दुरुस्त करने में लगे थे। डिप्टी सीएम को अचानक अपने सामने देखकर कर वह सकपका गए, किंतु तब तक उनकी सारी करतूतें उपमुख्यमंत्री को पता चल चुकी थी। इस पर उन्होंने सीएचसी अधीक्षक को फटकारा फिर अस्पताल का निरीक्षण किया। निरीक्षण के दौरान साफ सफाई और आम लोगों को पीने के पानी की व्यवस्था को देखा और निर्देश दिए। उन्होंने हरचंदपुर सीएचसी का भी निरीक्षण किया।
स्वस्थ व्यक्ति ही स्वस्थ राष्ट्र की नींव होते हैं और प्रदेश को “स्वस्थ प्रदेश” बनाना हमारा संकल्प है,जिसे पूर्ण करने की दिशा में आज सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र बछरावां,रायबरेली में अपना पर्चा बनवाकर जनस्वास्थ्य सुविधाओं व चिकित्साकर्मियों की कार्यशैली का औचक निरीक्षण किया।@BJP4UP pic.twitter.com/f3gQEi6T0i
— Brajesh Pathak (@brajeshpathakup) May 9, 2022
उपमुख्यमंत्री पर्चा काउंटर पर पर्चा बनवाने के लिए दस मिनट तक खड़े रहे। इस दौरान पर्चा बनाने वाला कर्मचारी फोन पर व्यस्त रहा। उन्होंने अधीक्षक से कहा कि दस मिनट में उस कर्मचारी का दो बार फोन आया था। लोग गर्मी में लाइन में खड़े थे। इस बात को लेकर उपमुख्यमंत्री ने चेतावनी देते हुए कहा कि ड्यूटी के दौरान फोन पर बात नहीं होनी चाहिए। पहले मरीजों की सेवा हो, उसके बाद दूसरा काम।
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दिव्यांग महिला से पूछा हाल चाल
डिप्टी सीएम जब अस्पताल में घूम रहे थे तभी इसी दौरान उनकी नजर एक दिव्यांग महिला पर पड़ी। उसे देखकर ब्रजेश पाठक (Brajesh Pathak) रुक गए और महिला से हालचाल पूछा। उसकी बीमारी और इलाज के बारे में भी जानकारी ली। यही नहीं उन्होंने इसी दौरान दो अन्य वृद्ध मरीजों से दवा और बीमारी के बारे में पूछताछ की है।