दिल्ली: सिविल सेवा परीक्षा (Civil services exam) को पास करने के लिए अधिक मेहनत और धैर्य की आवश्यकता होती है। UPSC परीक्षा देश की सबसे कठिन परीक्षाओं में से एक है। एक ऐसी कहानी आज हम आपको बताते हैं, जिसे पढ़ने के बाद आप भी काफी प्रेरित हो जाएंगे और पढ़ाई के लिए अपनी लगन को दिखाना चाहेंगे। 12वीं कक्षा में कुछ विषयों में फेल हुई Anju Sharma आज एक IAS Officer हैं। 12वीं में फेल होने के बाद भी उन्होंने 22 साल की उम्र में यूपीएससी परीक्षा पास कर सफलता हासिल की है। उन्होंने 12वीं कक्षा की असफलता को अपने जीवन के सफलता में बदल दिया।
इकोनॉमिक्स में फेल Anju Sharma
Anju Sharma 12वीं कक्षा की परीक्षा में इकोनॉमिक्स के पेपर में फेल हो गई थीं और 10वीं में केमिस्ट्री में प्री-बोर्ड में भी फेल हो गई थीं। हालांकि उन्होंने अन्य विषयों को डिस्टिंक्शन के साथ पास किया था। IAS Officer Anju Sharma ने कहा कि कोई भी आपको असफलताओं के लिए नहीं बल्कि केवल सफलता के लिए याद करता है।
Anju Sharma ने भविष्य को दिया आकार
उनका मानना है कि उनके जीवन की इन दो घटनाओं ने उनके भविष्य को आकार दे दिया। Anju Sharma ने एक बार मीडिया से बात करते हुए कहा था, ‘प्री-बोर्ड के दौरान, मेरे पास पढ़ने के लिए बहुत सारे चैप्टर्स थे और रात के खाने के बाद मुझे पढ़ना था, तब मैं घबराने लगी थी क्योंकि मैंने कुछ तैयार नहीं किया था और मुझे पता था कि मैं फेल होने वाली थी। मेरे आस-पास के सभी लोगों ने इस बात पर जोर दिया कि 10वीं कक्षा का प्रदर्शन कितना महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह हमारे हायर स्टडीज को निर्धारित करता है।
मां ने किया सपोर्ट
इस कठिन समय में Anju Sharma की मां ने उसे सांत्वना दी और हार ना मानने के लिए प्रेरित किया। उसने शुरू से ही कॉलेज परीक्षा की तैयारी शुरू कर दी और इससे उसे अपने कॉलेज में स्वर्ण पदक विजेता बनने में मदद मिली। उन्होंने जयपुर से बीएससी और एमबीए पूरा किया. इस रणनीति की वजह से Anju Sharma को पहले प्रयास में UPSC Exam पास करने में मदद मिली। उन्होंने अपना सिलेबस पहले से ही पूरा कर लिया था और आईएएस टॉपर्स की सूची में शामिल हो गईं।
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1991 में शुरू किया अपना करियर
बता दें कि IAS Officer Anju Sharma ने 1991 में राजकोट में सहायक कलेक्टर के रूप में अपना करियर शुरू किया था। वह वर्तमान में सरकारी शिक्षा विभाग (उच्च और तकनीकी शिक्षा), सचिवालय, गांधीनगर में प्रधान सचिव हैं। उन्होंने गांधीनगर में जिला कलेक्टर और उद्योग और वाणिज्य मंत्रालय, भारत सरकार में विभिन्न पदों पर कार्य किया है। वह एनआरएचएम में तीन दशक से अधिक समय तक सर्विस कर चुकी हैं।
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