रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया (आरबीआई) ने सोमवार को अनिल अंबानी की कंपनी रिलायंस कैपिटल लिमिटेड (Reliance Capital) के निदेशक मंडल को भंग कर दिया है। आरबीआई ने बैंक ऑफ महाराष्ट के पूर्व कार्यकारी निदेशक नागेश्वर राव को आरईएल कैप का नया प्रशासक नियुक्त किया है।
रिजर्व बैंक ने जारी एक बयान में कहा कि आरईएल कैप के निदेशक मंडल को भंग कर दिया गया है। बैंक रेग्युलेटर ने कंपनी के भुगतान बाध्यताओं को पूरा करने में विफल रहने के बाद यह कदम उठाया है। आरबीआई के मुताबिक कंपनी के अपने कर्जदाताओं को कर्ज लौटाने में चूक और कंपनी संचालन से जुड़ी गंभीर चिंताओं को देखते हुए यह कदम उठाया गया।
आरबीआई ने बताया कि कंपनी का निदेशक मंडल इन मुद्दों का समाधान प्रभावी तरीके से नहीं कर पाया, जिसके बाद नागेश्वर राव वाई को गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (एनबीएफसी) का प्रशासक नियुक्ति किया गया।
रिजर्व बैंक जल्दी ही ऋण शोधन अक्षमता और दिवाला (वित्तीय सेवा प्रदाताओं की दिवाला और परिसमापन कार्यवाही और न्यायनिर्णय प्राधिकरण को आवेदन) नियम, 2019 के तहत कंपनी को लेकर समाधान प्रक्रिया शुरू करेगा। इसके साथ ही रिजर्व बैंक राष्ट्रीय कंपनी विधि न्यायाधिकरण (एनसीएलटी) से भी ऋण शोधन समाधान पेशेवर के रूप में प्रशासक नियुक्त करने का आग्रह करेगा।
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उल्लेखनीय है कि रिलायंस कैपिटल ने दिसंबर 2018 के बाद अपना फाइनेंशियल रिजल्ट जारी नहीं किया है। दिसंबर 2018 में इसका रेवेन्यू 568 करोड़ रुपये था, जबकि शुद्ध फायदा 89 करोड़ रुपये था। इसमें प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 1.51 फीसदी है। वहीं, जनता के पास 97.85 फीसदी हिस्सेदारी है। प्रमोटर्स में अनिल अंबानी के पास 11.06 लाख शेयर, टीना अंबानी के पास 2.63 लाख शेयर, जय अनमोल अंबानी के पास 1.78 लाख शेयर और जय अंशुल के पास 1.78 लाख शेयर हैं, जबकि कोकिलाबेन अंबानी के पास 5.45 लाख शेयर हैं।