देश में सबसे तेजी से निर्माण कार्य में शुमार हो चुकी कानपुर मेट्रो (Kanpur Metro) के इंतजार की घड़ियां जल्द खत्म होने वाली हैं। यहां पर पहले चरण के तहत आईआईटी से मोतीझील तक मेट्रो पूरी तरह से तैयार हो चुकी है और निर्धारित समय से पांच दिन पहले 10 नवम्बर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ पहले चरण के ट्रायल का शुभारंभ करेंगे।
इसको देखते हुए कैबिनेट मंत्री सतीश महाना ने रविवार को मेट्रो का जायजा लिया। हालांकि अभी अधिकारिक पुष्टि नहीं हुई और न ही प्रोटोकाल आया, लेकिन कैबिनेट मंत्री ने जायजा लेने के दौरान कहा कि मुख्यमंत्री 10 नवम्बर को हरी झण्डी दिखाकर ट्रायल का शुभारंभ करेंगे।
कानपुर मेट्रो परियोजना के पहले चरण के तहत आईआईटी से मोतीझील तक निर्माण कार्य लगभग पूरा हो चुका है और दूसरे चरण का कार्य प्रारंभ है। पहले चरण में दो बार मेट्रो का ट्रैक ट्रायल सफलतापूर्वक किया जा चुका है और 15 नवम्बर को ट्रायल होना सुनिश्चित हुआ था। लेकिन मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के ड्रीम प्रोजेक्ट में शामिल कानपुर मेट्रो का ट्रायल पांच दिन पहले ही होने वाला है। यानी 10 नवम्बर को मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ हरी झण्डी दिखाकर ट्रायल का शुभारंभ करेंगे। जिसके कार्यक्रम की रूपरेखा तैयार हो गई है। इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश सरकार के औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने रविवार को मेट्रो डिपो में पहुंचकर जायजा लिया और यूपीएमआरसी के एमडी कुमार केशव से जरूरी जानकारी हासिल की। डिपो में बना शहर की मेट्रो का पूरा माडल भी देखा और अब तक हुए कार्य के बारे में जानकारी की।
अटल जी के जन्म दिन से पहले चालू हो सकती है मेट्रो
औद्योगिक विकास मंत्री सतीश महाना ने बताया कि लखनऊ मेट्रो से तेजी से कार्य कानपुर मेट्रो का चल रहा है। पहले चरण के तहत कार्य पूरी तरह से पूरा हो चुका है और दो बार मेट्रो का ट्रायल भी हो चुका है। हालांकि कोरोना काल भी बीच में रहा लेकिन मेट्रो अधिकारियों ने जिस मुस्तैदी से कार्य किया वह सराहनीय है।
बताया कि 15 नवम्बर 2019 से कार्य प्रारम्भ हुआ था और 15 नवम्बर 2021 को ट्रायल के लिए निर्धारित किया गया था, लेकिन पांच दिन पहले ही 10 नवम्बर को प्रात: 10 बजे मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मेट्रो के ट्रायल का हरी झण्डी दिखाकर शुभारंभ करेंगे। बताया कि उम्मीद है कि पूर्व प्रधानमंत्री अटल विहारी वाजपेयी जी के जन्मदिन के अवसर पर 25 दिसंबर को मेट्रो ट्रेन कानपुर में चल सके।
आगे कहा कि आचार संहिता लागू होने पर कहीं भी मेट्रो पर कोई असर नहीं आएगा। सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव पर आरोप लगाते उन्होंने कहा कि कागजों पर ऐसी योजनाएं बनाई जो स्वीकृति ही नहीं थी और न ही बाद में उनकी स्वीकृति लेने का प्रयास किया गया।