गणेश उत्सव, जानिए गणपति की स्थापना और पूजा के नियम

853 0

वैसे तो हर महीने की चतुर्थी तिथि भगवान गणेश को समर्पित होती है, लेकिन भाद्रपद महीने की शुक्ल पक्ष की चतुर्थी तिथि को सबसे बड़ी गणेश चतुर्थी माना जाता है। माना जाता है कि इसी दिन भगवान गणेश का जन्म हुआ थ। इस दिन लोग गणपति बप्पा को अपने घर लेकर आते हैं और 10 दिनों तक उनकी सेवा की जाती है।

मान्यता है कि घर में गणपति को लाने से वे घर के सारे विघ्न हर लेते है। गणेशोत्सव की धूम महाराष्ट्र में तो खासतौर पर होती है। दूर-दूर से गणेश भगवान के भक्त गणेशोत्सव को देखने के लिए महाराष्ट्र में आते है। अनन्त चतुर्दशी के दिन धूमधाम से गणपति का विसर्जन किया जाता है। इस बार गणेश उत्सव 10 सितंबर से शुरू हो रहा है। जानिए गणपति की स्थापना और पूजा के नियम।

चतुर्थी के दिन स्नानादि करके स्वच्छ वस्त्र पहनकर गणपति बप्पा को लोगों के साथ लेने जाएं. गणपति की मूर्ति खरीदते समय ध्यान रखें कि मूर्ति मिट्टी की होनी चाहिए, प्लास्टर ऑफ पेरिस या अन्य केमिकल्स की नहीं। इसके अलावा बैठे हुए गणेशजी की प्रतिमा लेना शुभ माना गया है. उनकी सूंड बांई और मुड़ी हुई होनी चाहिए और साथ में मूषक उनका वाहन जरूर होना चाहिए. मूर्ति लेने के बाद एक कपड़े से ढककर उन्हें ढोल नगाड़ों के साथ धूमधाम से घर पर लेकर आए।

मूर्ति स्‍थापना के समय प्रतिमा से कपड़े को हटाएं और घर में मूर्ति के प्रवेश से पहले इस पर अक्षत जरूर डालें। पूर्व दिशा या उत्तर पूर्व दिशा में चौकी बिछाकर मूर्ति को स्थापित करें। स्‍थापना के समय चौकी पर लाल या हरे रंग का कपड़ा बिछाएं और अक्षत के ऊपर भगवान गणेश की मूर्ति स्थापित करें। भगवान गणेश की मूर्ति पर गंगाजल छिड़कें और गणपति को जनेऊ पहनाएं। मूर्ति के बाएं ओर अक्षत रखकर कलश स्थापना करें। कलश पर स्वास्तिक का चिन्ह बनाएं और आम के पत्ते और नारियल पर कलावा बांधकर कलश के ऊपर रखें। इसके बाद विधि विधान से पूजा आरंभ करें।

बिकरू कांड मे डीआईजी समेत 13 पुलिस अधिकारी दोषी!

स्वच्छ आसन पर बैठकर सबसे पहले गणपति को पंचामृत से स्नान करवाएं. इसके बाद केसरिया चंदन, अक्षत, दूर्वा, पुष्प, दक्षिणा और उनका पसंदीदा भोग अर्पित करें। जब तक गणपति घर में रहें, उस दौरान गणेश चतुर्थी की कथा, गणेश पुराण, गणेश चालीसा, गणेश स्तुति, श्रीगणेश सहस्रनामावली, गणेश जी की आरती, संकटनाशन गणेश स्तोत्र आदि का पाठ करें। अपनी श्रद्धानुसार गणपति के मंत्र का जाप करें और रोजाना सुबह और शाम उनकी आरती करें। माना जाता है कि ऐसा करने से गणपति परिवार के सभी विघ्न दूर करते हैं।

Related Post

Mahavir Jayanti

जैन धर्म का प्रमुख त्योहार आज महावीर जयंती, जानें इस पर्व का इतिहास

Posted by - April 14, 2022 0
लखनऊ: महावीर जयंती (Mahavir Jayanti) जैन धर्म (Jainism) का सबसे महत्वपूर्ण त्यौहार है। शुभ त्यौहार जैन धर्म के संस्थापक भगवान…
BJP MLA Surendra Singh

भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह के विवादित बोल,- ताज महल को जल्द ही राम महल बनाएंगे

Posted by - March 14, 2021 0
 बलिया। उत्तर प्रदेश में बलिया जिले के बैरिया के भाजपा विधायक सुरेंद्र सिंह (BJP MLA Surendra Singh) अपने बयानों को…