उत्तर प्रदेश में पुलिस और बदमाश का गठजोड़ जौनपुर में एकबार साफ नजर आया, जहां पुलिस के ही सामने धनंजय सिंह घूम रहे पर पुलिस कहती है कि मिल ही नहीं रहे। जौनपुर में बाहुबली नेता एवं हत्याकांड के आरोपी धनंजय सिंंह इस वक्त ब्लॉक प्रमुख के चुनाव में सक्रिय है, सोशल मीडिया पर उनकी तस्वीरें वायरल हो रही हैं। यूपी पुलिस ने गिरफ्तारी के लिए तमाम टीमें गठित की, वह लखनऊ से लेकर जौनपुर तक छापेमारी की लेकिन धनंजय सिंह तक नहीं पहुंच सकी।
डीजीपी हर बार रटा रटाया बयान दे रहे हैं, इस वक्त धनंजय पर 25 हजार का इनाम रखा गया है, कोर्ट ने 6 जुलाई को उन्हें भगोड़ा घोषित कर चुकी है। बता दें कि 6 जनवरी 2021 को लखनऊ में आजमगढ़ के पूर्व ब्लॉक प्रमुख अजीत सिंंह को गोलियों से भूनकर हत्या कर दी गई।
उत्तर प्रदेश की पुलिस भी गजब है साहब। राजधानी लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस को एक सनसनीखेज हत्याकांड का मुख्य साजिशकर्ता, इनामी और अब अदालत से भगोड़ा बदमाश ढूंढे नहीं मिल रहा। जो वांटेड पुलिस को नहीं मिल पा रहा, वह सूबे के ही दूसरे दूसरे जिले में सोशल मीडिया पर छाया हुआ है. सोशल मीडिया पर उसकी तस्वीरें यह बयान करती हैं कि लखनऊ की कमिश्नरेट पुलिस का यह वांटेड अपने गृह जिले में है और नए सिरे से सियासी पारी की शुरुआत भी कर चुका है. हम बात कर रहे हैं धनंजय सिंह की।
जौनपुर के बाहुबली नेता और पूर्व सांसद धनंजय सिंह 6 जनवरी 2021 की शाम राजधानी लखनऊ के विभूति खंड में कठौता चौराहे पर आजमगढ़ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोलियों से भूनकर हत्या के मामले में वांछित हैं। इस हत्याकांड ने न सिर्फ लखनऊ, बल्कि सूबे की कानून-व्यवस्था पर भी सवाल खड़े कर दिए थे। सरकार की बेहतर पुलिसिंग के नाम पर शुरू की गई कमिश्नरेट प्रणाली भी सवालों के घेरे में आ गई।