भारत की अनुभवी चक्काफेंक खिलाड़ी सीमा पूनिया ने मंगलवार को राष्ट्रीय एथलेटिक्स चैंपियनशिप में 63.70 मीटर का थ्रो फेंककर गोल्ड मेडल अपने नाम कर लिया। साथ ही उन्होंने आगामी टोक्यो ओलंपिक के लिए अपना टिकट भी कटा लिया है।
37 वर्षीय पूनिया ने 2018 राष्ट्रमंडल खेलों में रजत और 2018 एशियाई खेलों में कांस्य पदक अपने नाम किया था। उन्होंने 63.50 मीटर का ओलंपिक क्वालीफाइंग मार्क हासिल किया।
पूनिया 2004, 2012, 2016 के बाद अपना चौथा ओलंपिक खेलेंगी। साथ ही वह चक्काफेंक में ओलंपिक के लिए क्वालीफाई करने वाली दूसरी भारतीय महिला हैं। रिकॉर्ड होल्डर खिलाड़ी कमलप्रीत कौर ने सोमवार को 66.59 मीटर का थ्रो फेंककर क्वालीफाई किया था।
पूनिया टोक्यो ओलंपिक के व्यक्तिगत वर्ग में क्वालीफाई करने वाली भारत की 12वीं एथलीट है। वह पिछले सप्ताह बेलारूस में मिंस्क ओपन खेलने के बाद रविवार को यहां पहुंचीं थीं।
उन्होंने क्वालीफिकेशन के बाद कहा, ‘मैं इससे बेहतर थ्रो फेंक सकती हूं, लेकिन अपनी मांसपेशी की चोट को बढाना नहीं चाहती थी। मैंने पिछले ढाई साल में काफी मेहनत की है और क्वालीफिकेशन की खुशी है।’ मांसपेशी की चोट के कारण वह 2018 एशियाई खेलों के बाद तीन टूर्नामेंट ही खेल सकी।
स्टार फर्राटा धाविका हिमा दास का तोक्यो ओलिंपिक से बाहर रहना तय है। शनिवार को वह सौ मीटर की हीट में भाग लेते समय हैमस्ट्रिंग चोटका शिकार हो गई, इसके अलावा महिलाओं की चार गुणा साौ मीटर रिले टीम भी क्वालीफाई नहीं कर सकी जिसका वह हिस्सा है। हिमा ने 200 मीटर फाइनल के जरिए भी क्वालीफाई करने की कोशिश की लेकिन पांचवें स्थान पर ही।