यूपी में जनसंख्या नियंत्रण कानून को लेकर अभी से सियासी बयानबाजी तेज हो गई है, सपा के वरिष्ठ नेता रामगोविंद चौधरी ने विवादित टिप्पणी की है। चौधरी ने कहा- यह योगी सरकार का अंत है, ऐसा ही 20 सूत्रीय कार्यक्रम इंदिरा गांधी लेकर आई थीं और 1977 में जनता ने उनका सफाया कर दिया था।
रामगोविंद ने कहा- उस दौरान जबरन नसबंदी के नाम पर कागजों में पेड़-पौधों, पशु-पक्षी सबकी फर्जी नसबंदी की गई थी, जनसंख्या प्राकृति की देन है।
सपा नेता ने आगे कहा- पीएम सीएम निरवंश हैं, इसलिए जनसंख्या नियंत्रण कानून ला रहे हैं, अपना परिवार नहीं है इसलिए उन्हें परिवार का दर्द नहीं पता। नई नीति के हिसाब से 2 से ज्यादा बच्चों वाले परिवारों की सरकारी सुविधाओं में कटौती करने की तैयारी की जा रही है, ड्राफ्ट तैयार किया जा रहा है।
नई नीति के हिसाब से 2 से ज्यादा बच्चों वाले परिवारों की सुविधाओं में कटौती करने की तैयारी की जा रही है। विधि आयोग के अध्यक्ष आदित्यनाथ मित्तल ने कहा कि हमारे यहां जनसंख्या बढ़ रही है। इसी वजह से समस्याएं पैदा हो रही हैं। उन्होंने कहा कि जो लोग जनसंख्या नियंत्रण करने में अपना सहयोग दे रहे हैं, उन्हें ही सरकारी सुविधाएं और सरकारी संसाधन मिलने चाहिए।
साथ ही उन्होंने कहा कि मोबलाइजेशन से ये काम किया जा रहा है। सपा नेता के इस बयान के बाद राजनीति काफी गरमा गई है। बतादें कि यूपी में जनसंख्या नियंत्रण कानून पर चर्चा काफी तेज हो गई है। सरकार जल्द ही कानून लाने की तैयारी में है। इस कानून के मुताबिक 2 से ज्यादा बच्चों वाले परिवार को सरकारी योजनाओं का फायदा नहीं मिलेगा. ये कानून जनसंख्या नियंत्रण करने के लिए सरकार जल्द ही लाने जा रही है। इसे लेकर राजनीति अभी से तेज हो गई है।