विश्व पर्यावरण दिवस (world Environment Day) पर लखनऊ में बहुत लोगों के जुबां पर वर्ष 2014 के दिसम्बर माह में चलाये गए 15 दिवसीय गोमती सफाई अभियान की बात सामने आ जाती है। 15 दिनों तक सिविल डिफेंस के ऐतिहासिक अभियान को लखनऊ में बड़े गर्व के साथ बताया जाता है।
लखनऊ व्यापार मण्डल के वरिष्ठ महामंत्री, रेडक्रॉस सोसायटी के जिला सचिव और सिविल डिफेंस के चीफ वार्डेन अमरनाथ मिश्रा ने बताया कि वर्ष 2014 के दिसम्बर में तत्कालीन जिलाधिकारी राजशेखर के साथ सिविल डिफेंस की एक बड़ी टीम ने गोमती नदी को स्वच्छ करने का अभियान अपने हाथ में लिया था। पर्यावरण संरक्षण के लिए नदी की स्वच्छता का अभियान लेने के बाद पूरी तरह से 15 दिन के बाद ही संतुष्टि मिल पाई थी।
उन्होंने बताया कि गोमती सफाई अभियान की सफलता इस तरह से जानी जा सकती है कि उसके बाद तत्कालीन उत्तर प्रदेश सरकार के मुख्यमंत्री के टीम को रिवरफ्रंट की कल्पना आई थी। सफाई अभियान ने सरकार को एक दिशा दी थी।
उन्होंने बताया कि वर्ष 2014 से अभी तक हर वर्ष पर्यावरण दिवस को मनाने लोगों का गोमती तट पर जाना होता है और बहुत सारे स्वयंसेवी स्वच्छता अभियान भी चलाते हैं लेकिन गोमती का स्वरूप एक समय बदला हुआ नहीं दिखता।
सिविल डिफेंस के सक्रिय कार्यकर्ता यज्ञमणि दीक्षित ने बताया कि वर्ष 2014 में गोमती सफाई अभियान जैसा दूसरा अभियान फिर नहीं चला। दोबारा जिला प्रशासन उस तरह सक्रिय नहीं हुआ। अभी डिफेंस एक्सपो के समय गोमती नदी की स्वच्छता की गयी थी, तभी स्वच्छ जल का प्रचार भी देशव्यापी हुआ था। किन्तु कुछ वक्त के बाद ही स्वरूप बदल गया।
उन्होंने बताया कि नदियों के संरक्षण के लिए बहुत सारे संगठन कार्य कर रहे हैं किंतु घाट के किनारे बहुत कम दिखाई देते हैं। सिविल डिफेंस जब भी कोई अभियान लेता है तो उसको पूरी तरह से पूर्ण करने का प्रयास करता है।