जिले में खाना खाने के बाद ढाबा मालिक द्वारा पैसे मांगने पर 10 लोगों को फर्जी मुठभेड़ के मामले में फंसाने (Etah Fake Encounter Case) के मामले में डीएम ने कार्रवाई की है। पीड़ित की शिकायत का संज्ञान लेकर डीएम विभा चहल ने इस मामले की जांच कराई। प्रथम द्रष्टया जांच में संदिग्ध पाए गए 4 सिपाहियों को लाइन हाजिर किया गया था। अब इन चारों सिपाहियों को निलंबित कर दिया गया है। इसमें 2 सिपाही स्वाट टीम के भी शामिल हैं।
जाने क्या है पूरा मामला
पूरा मामला कोतवाली देहात थाना का है। प्रवीण कुमार नाम के एक विकलांग व्यक्ति के द्वारा जिलाधिकारी विभा चहल को शिकायती प्रार्थना पत्र दिया गया था जिसमें उसने बताया कि उसका ढाबा एटा से 5 किलोमीटर दूर आगरा रोड पर खुशाल गढ़ गांव के समीप बना हुआ है जहां बीते दिनों कोतवाली देहात में तैनात सिपाही शैलेन्द्र यादव और सन्तोष यादव ने होटल पर खाना खाया और जब उसके भाई ने रुपये मांगे तो दोनों सिपाहियों ने उसके भाई की जमकर पिटाई कर दी। इस दौरान उन दोनों ने गाली-गलौज भी की। पीड़ित प्रवीण कुमार ने आरोप लगाते हुए बताया कि दोनों सिपाहियों ने कहा कि ‘तेरा ढाबा नहीं चलने देंगे।’
4 फरवरी को दिखाया था फर्जी मुठभेड़
पीड़ित ने बताया कि अगले दिन 4 फरवरी को दोपहर 2 बजे थानाध्यक्ष इंद्रेश पाल सिंह ने स्वाट टीम सहित भारी फोर्स के साथ ढ़ाबे पर दबिश दी। इस दौरान पुलिस होटल के कर्मियों सहित होटल पर खाना खा रहे दो बिहार के व्यक्ति और कुछ अन्य ग्राहकों सहित पुलिस लगभग 11 लोगों को उठाकर थाने ले आई। इसमें से एक व्यक्ति को 1 लाख की रिश्वत लेकर छोड़ दिया जिसके बाद फर्जी मुठभेड़ दिखाकर बंटू नाम के शराब माफिया से अवैध शराब मंगाकर सभी निर्दोषों पर पुलिस ने शराब एवं अन्य मादक पदार्थ की तस्करी दिखाते हुए 6 तमंचे और गांजे की बरामदगी दिखाते हुए जेल भेज दिया।
डीएम को सौंपी जांच रिपोर्ट
डीएम डॉ. विभा चहल ने पीड़ित के प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए एएसपी राहुल कुमार को पूरे मामले की जांच सौपी थी। जांच में दोषी पाए जाने पर एएसपी ने कार्रवाई करते हुए थाने पर तैनात सिपाही संतोष यादव और शैलेन्द्र यादव के अलावा स्वाट टीम में तैनात सिपाही सुरजीत और महेंद्र को लाइन हाजिर कर दिया था। वहीं अब एडीजी ने चारों सिपाहियों को निलंबित कर दिया है। एएसपी राहुल कुमार ने बताया कि मामले में जांच पूरी कर रिपोर्ट जिलाधिकारी विभा चहल और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक को सौंप दी गयी है।
राजीव कृष्णा,एडीजी आगरा के अनुसार-
एएसपी क्राइम की जांच और होटल मालिक के भाई प्रवीण के प्रार्थना पत्र का संज्ञान लेते हुए फर्जी मुठभेड़ मामले में चारों पुलिस कर्मियों को सस्पेंड कर दिया गया है। इसके साथ ही दोषी पुलिसकर्मियों के खिलाफ एफआईआर दर्ज करने के भी आदेश दिए गए हैं।