जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajan Lal) ने कहा कि अगर महिलाएं आगे बढेंगी तो देश आगे बढ़ेगा। राज्य सरकार इस आधी आबादी के उत्थान तथा उनके सर्वांगीण विकास के लिए कृत संकल्पित है।
शर्मा (CM Bhajan Lal) सोमवार को राइजिंग राजस्थान ग्लोबल इन्वेस्टमेंट समिट के सेशन ‘हर स्टोरीजः एडवांसिंग इन्क्लूजिव सोसायटीज’ को संबोधित कर रहे थे।
उन्होंने (CM Bhajan Lal) कहा कि यशस्वी प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के अनुसार इस देश में केवल चार जातियां हैं- महिला, किसान, युवा और मजदूर। उन्हीं की मंशानुसार हम महिलाओं के सशक्तीकरण के लिए निरंतर काम कर रहे हैं। इसीलिए राइजिंग राजस्थान में महिलाओं के लिए हमने यह सत्र आयोजित किया है। इस सत्र में महिला वक्ताओं की सफलता की कहानियों से सभी महिलाएं प्रेरणा लेंगी। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार के एक वर्ष पूरे होने के उपलक्ष्य में एक लाख 25 हजार छात्राओं को साइकिल वितरित की जाएंगी। साथ ही, 21 हजार बालिकाओं को स्कूटी वितरण भी किया जाएगा। राज्य सरकार द्वारा 13 दिसंबर को किसानों, 14 दिसंबर को महिलाओं तथा 15 दिसंबर को मजदूर कल्याण के लिए विभिन्न कार्यक्रमों एवं योजनाओं की शुरूआत की जाएगी।
मुख्यमंत्री (CM Bhajan Lal) ने कहा कि राज्य सरकार के एक वर्ष पूरा होने के उपलक्ष्य में महिला निधि बैंक के माध्यम से स्वयं सहायता समूहों को 100 करोड़ रुपए का ऋण वितरण किया जाएगा। साथ ही, एक लाख नवीन लखपति दीदी का सम्मान भी किया जाएगा। उन्होंने कहा कि इस अवसर पर 10 हजार स्वयं सहायता समूहों को 15 हजार रुपये प्रति समूह रिवॉल्विंग फंड का हस्तान्तरण, एक लाख बच्चों को लाड़ो प्रोत्साहन योजना की पहली किस्त, 200 नमो ड्रोन दीदी का सम्मान सहित विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से महिलाओं को आर्थिक संबल दिया जाएगा।
मुख्यमंत्री (CM Bhajan Lal) ने कहा कि हमने संकल्प पत्र में वादा किया था कि महिलाओं को 450 रुपये में गैस सिलेंडर देंगे और एक जनवरी को हमने अपना वादा पूरा करते हुए महिलाओं को 450 रुपये में सिलेंडर दिए। इसी क्रम में अब राज्य सरकार का एक वर्ष पूरा होने पर 20 हजार महिलाओं को 450 रुपये में गैस सिलेंडर दिया जाएगा।
उन्होंने आश्वस्त किया कि हम संकल्प पत्र में किए गए प्रत्येक वादे को पूरा करने के लिए प्रतिबद्ध हैं।
उपमुख्यमंत्री दीया कुमारी ने मुख्यमंत्री का आभार जताते हुए कहा कि आपने राज्य सरकार के पहले ही वर्ष में राइजिंग राजस्थान समिट का आयोजन किया। यह राज्य में निवेशकों के लिए स्वर्णिम अवसर है। उन्होंने कहा कि राजस्थान की धरा पर अमृतादेवी तथा पन्नाधाय जैसी महिलाएं पैदा हुई हैं, जो हम सभी की प्रेरणा का स्रोत हैं। उन्होंने निवेशकों से आग्रह किया कि वे उद्योग जगत में महिला उद्यमियों को अधिक से अधिक प्रोत्साहन दें। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार भी विभिन्न योजनाओं के माध्यम से महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाने के लिए काम कर रही है। इस अवसर पर महिला एवं बाल विकास राज्यमंत्री डॉ. मंजू बाघमार ने कहा कि राजस्थान में निवेश की अपार संभावनाएं हैं तथा मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में हम राजस्थान को आर्थिक उन्नति की एक नई राह दिखा रहे हैं।
सत्र में लेडी श्रीराम कॉलेज की एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. श्वेतांशु भूषण ने विभिन्न वर्गों में ग्रामीण महिलाओं की स्थिति पर चर्चा की तथा ग्रामीण महिलाओं को समाज में बदलाव का गेमचेंजर बताया। भारतीय पारंपरिक हस्तशिल्प डिजाइनर एवं सामाजिक कार्यकर्ता रूमा देवी ने अपनी सफलता का जिक्र करते हुए कहा कि कैसे उन्होंने बाड़मेर में 10 महिलाओं के स्वयं सहायता समूह से शुरूआत की तथा आज 50 हजार महिलाएं उनसे जुड़ी हुई हैं। उन्होंने कहा कि वे वर्तमान में ट्राइबल आर्टिजन, सुकन्या छात्रवृत्ति, बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ, लोक संगीत को प्रसिद्ध करने तथा ग्रामीण महिलाओं को खेलों में बढ़ावा देने का काम भी करती हैं। उन्होंने कहा कि जब महिलाएं आगे बढ़ेंगी तभी देश आगे बढ़ेगा।
सत्र में असेवारे फिन्टेच सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड स्टार्टअप की सीईओ व मैनेजिंग डायरेक्टर निमिषा जे वडक्कन ने अपने स्टार्टअप की जानकारी देते हुए बताया कि कैसे बैंकिंग सर्विस डिलिवरी को घर तक लाने का काम उनके एप के माध्यम से किया जाता है। उन्होंने बताया कि उनकी कंपनी में 60 प्रतिशत महिला कार्मिक हैं तथा राजस्थान के 18 जिलों में वे काम कर रही हैं। जिंदल एसडब्ल्यू लिमिटेड की मैनेजिंग डायरेक्टर मीनू जिंदल ने कहा कि असली विकास तभी माना जाएगा जब उसमें सभी वर्गों का हित हो तथा समावेशी विकास हो। ओमान क्रिकेट मार्केटिंग हैड ऋचा शर्मा ने भी अपने विचार रखे तथा सत्र के समापन पर रूमझुम चटर्जी ने आभार जताया।
इस अवसर पर शासन सचिव महिला एवं बाल विकास महेन्द्र सोनी ने ‘हर स्टोरीजः एडवांसिंग इन्क्लूजिव सोसायटीज’ थीम पर प्रस्तुतीकरण दिया।