अंबेडकर नगर । गैस सिलेंडर के दामों में लगातार हो बढ़ोत्तरी का असर अब आम लोगों के रसोई पर दिखने लगा है। गांव की महिलाओं ने सिलेंडर को किनारे कर फिर से लकड़ी के चूल्हे (wood stove) का उपयोग करना शुरू कर दिया है।
गैस सिलेंडर के दामों में लगातार हो बढ़ोत्तरी का असर अब आम लोगों के रसोई पर दिखने लगा है। गैस की महंगाई और पैसे के अभाव में लोगों ने गैस सिलेंडर का उपयोग कम कर दिया है। गांव की महिलाओं ने सिलेंडर को किनारे कर फिर से लकड़ी के चूल्हे (wood stove) का उपयोग करना शुरू कर दिया है। गैस के दामों में हो रही बढ़ोत्तरी से उज्वला के लाभार्थियों ने सिलेंडर भराना ही कम कर दिया है। सरकार विकास और गरीबों के मदद का कितना भी दावा करे, लेकिन जमीनी हकीकत सरकार के दावे को खोखला साबित कर रही है।
सरकार ने उज्वला योजना के तहत के गरीब महिलाओं को मुफ्त में गैस सिलेंडर दे कर उनकी जिंदगी में एक नई चमक बिखेरी थी, लेकिन गैस के दामों में हो रही लगातार वृद्धि ने इस चमक पर काला पर्दा डाल दिया है। एक माह के अंदर ही गैस का दाम तकरीबन 100 प्रति सिलेंडर बढ़ गया है और आज गैस सिलेंडर 867 रुपये में मिल रहा है।