वाराणसी। धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में संत शिरोमणि रविदास जी की 644वीं जयंती के अवसर पर लंका के सीर गोवर्धनपुर स्थित स्वर्ण मंदिर में भारत सरकार के केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान(Dharmendra Pradhan) ने मत्था टेका और संत गुरु रविदास का आशीर्वाद प्राप्त किया। केंद्रीय मंत्री के साथ सैकड़ों की संख्या में कार्यकर्ताओं ने भी दर्शन किया।
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यूपी के वाराणसी में भारत सरकार के केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान(Dharmendra Pradhan) ने संत शिरोमणि रविदास जी की 644वीं जयंती के अवसर पर लंका के सीर गोवर्धनपुर स्थित स्वर्ण मंदिर में मत्था टेका। दर्शन के बाद धर्मेंद्र प्रधान ने भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं के साथ बैठकर लंगर छका।
संत साहब से की मुलाकात
संत निरंजन दास से लगभग 35 मिनट तक केंद्रीय मंत्री ने महाराज ने मंत्री धर्मेंद्र प्रधान(Dharmendra Pradhan) को डेरा जालंधर के लिए आमंत्रण दिया। स्वर्ण मंदिर के आसपास के क्षेत्रों के विकास के बारे में भी चर्चा की। पेट्रोलियम मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने दर्शन करने के बाद भारतीय जनता पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं के साथ बैठकर लंगर छका। इसके बाद वह संत शिरोमणि के तौर पर मत्था टेककर रवाना हो गए।
मंत्री धर्मेंद्र प्रधान ने छका लंगर.मंत्री धर्मेंद्र प्रधान(Dharmendra Pradhan) ने छका लंगर
इस दौरान धर्मेंद्र प्रधान (Dharmendra Pradhan) ने कहा कि संत रविदास जी की 644वीं जयंती के अवसर पर संत शिरोमणि रविदास का आशीर्वाद प्राप्त करने के लिए यहां पर आया हूं। यह मेरा सौभाग्य है । उन्होंने कहा महाराज निरंजन दास जी का सानिध्य मिला। उन्होंने जो बात कही वह संदेश प्रधानमंत्री तक पहुंचेगा।
धर्मेंद्र प्रधान(Dharmendra Pradhan) ने कहा संत रविदास जी का जीवन भारतीय मूल्य पर आधारित था। आज के समय में भी महराज जी के विचार शांति सौहार्द प्रतिष्ठा के लिए आवश्यक हैं। यहां की पवित्र धरती पर करोड़ों अनुयायियों को करोड़ों भक्तों को इस भारतीय विचार से प्रेरित होने के कारण वह खुद को सौभाग्यशाली महसूस करते हैं।