अयोध्या। अवध की सांझी विरासत को समेटे प्रसिद्ध अयोध्या महोत्सव (Ayodhya Mahotsav) की शुरुआत गुरुवार से अयोध्या शहर के सहादतगंज इलाके के एक लान में होने जा रहा है। करीब 10 दिनों तक चलने वाले इस सांस्कृतिक आयोजन में अवध की सांझी विरासत के दर्शन होंगे। रोजाना सांस्कृतिक मंच पर रंगारंग कार्यक्रमों की प्रस्तुति होगी और इस महोत्सव में तमाम तरह के खास व्यंजन,लकड़ी के सामान,कपड़े और देश के अलग-अलग राज्यों की विशेषताओं को समेटे दुकाने महोत्सव में आने वाले लोगों के आकर्षण का केंद्र होंगी। अयोध्या महोत्सव (Ayodhya Mahotsav) कराए जाने की तैयारी राम नगरी में पूरी हो चुकी है।
सहकारिता मंत्री करेंगे महोत्सव का उद्घाटन
गुरुवार को भारतीय जनता पार्टी के सह प्रभारी सुनील ओझा और प्रदेश के सहकारिता मंत्री मुकुट बिहारी वर्मा अयोध्या महोत्सव (Ayodhya Mahotsav) का शुभारंभ करेंगे। कार्यक्रम के आयोजक हरीश श्रीवास्तव ने बताया कि इस बार अयोध्या महोत्सव (Ayodhya Mahotsav) को पूरी तरह से भगवान राम को समर्पित किया गया है।
महोत्सव (Ayodhya Mahotsav) का प्रवेश द्वार इस तरह डिजाइन किया गया है कि प्रवेश करने वाले व्यक्ति को एहसास होगा कि वह प्राचीन नगरी अयोध्या में प्रवेश कर रहा है। इसीलिए प्रवेश द्वार को श्री राम प्रवेश द्वार का नाम दिया गया है। इसके अलावा महोत्सव (Ayodhya Mahotsav) परिसर में कला गांव भी बनाया जा रहा है। जिसमें विभिन्न तरह की कलाकृतियों के साथ भगवान राम के मंदिर निर्माण की थीम को भी प्रस्तुत किया जाएगा।
कोरोना के नए स्ट्रेन को लेकर उठ रहे हैं सवाल
बताते चलें कि अयोध्या महोत्सव (Ayodhya Mahotsav) बीते 2 वर्षों से आयोजित होता रहा है। लेकिन पिछले वर्ष कोरोना संक्रमण के कारण इस महोत्सव की अनुमति जिला प्रशासन ने नहीं दी थी। साल 2021 में संक्रमण के खतरे को कम होता हुआ देख आयोजन की अनुमति तो मिल गई है। लेकिन महाराष्ट्र सहित देश के कई अन्य राज्यों में कोरोना के नए स्ट्रेन और लगातार बढ़ रही संक्रमण की संख्या को देखते हुए आयोजन को सुरक्षित रूप से संपन्न कराना भी आयोजन समिति के लिए एक बड़ी चुनौती है।