लखनऊ। इस समय दालों के दाम आसमान छू रहे हैं। इसको नियंत्रित करने व उपभोक्ताओं को राहत पहुंचाने के लिए योगी सरकार जल्द बड़ा कदम उठाने जा रही है। यूपी में काउन्टर लगाकर दालें बिकवाएगी (sell pulses) जाएगी।
केंद्रीय उपभोक्ता मामलों के मंत्रालय के साथ सहमति बनने के बाद योगी सरकार ने यह निर्णय किया है। इसके तहत नेफेड राज्य सरकार को अरहर, मूंग व उड़द की दालों की आपूर्ति करेगा। सरकार उन दालों को हाफेड, पीसीएफ, यूपी एग्रो और मण्डी समितियों के माध्यम से खुले बाजारों में बिकवाएगी।
कार्तिक आर्यन ने साइन की अपनी पहली थ्रिलर फिल्म
इस संबंध में लखनऊ में हुई एक उच्च स्तरीय बैठक में यह भी तय किया गया है। कालाबाजारी न हो इसके लिए तीनों दालों के अलग-अलग एक किलोग्राम के पैकेट तैयार कराकर उसे आम उपभोक्ताओं को बेचे जाएंगे। जानकारों का कहना है कि सस्ती दरों पर दालें बेचने की कवायद इस महीने के पहले सप्ताह में ही शुरू की गई थी, जब दालों के भाव रिकॉर्ड तोड़ रहे थे।
इस बीच अरहर की दालों के दामों में विभिन्न कारणों से 25 रुपए प्रतिकिलो तक की गिरावट आ गई जबकि चना-मटर व उड़द के दालों में भी 2 से 3 रुपये प्रतिकिलो की कमी आ गई। जब यह कवायद शुरू हुई थी तब अरहर की सबसे बेहतर क्वालिटी की पुखराज दाल 125 रुपये किलो तक पहुंच गई थी, जबकि अरहर की ही सूरजमूखी किस्म की दाल का मूल्य 122 रुपये तक पहुंच गया था।
आगरा : जनसहयोग से बदली रोटी वाली अम्मा की तकदीर
इस समय दोनों किस्मों की अरहर की दालों के दाम क्रमश: 103 से 105 रुपये और 101 से 102 रुपये प्रतिकिलो हैं। नेफेड से प्राप्त होने वाली अरहर की दालें राज्य सरकार 85 रुपये किलों की दर से बाजारों में बेची जाएंगी। इसी प्रकार से उड़द की दालें भी 79 रुपये से 81 रुपये प्रतिकिलों की दर से बेची जाएंगी।
नेफेड के स्टाक में वर्ष 2018 एवं 2019 की उड़द की दालें हैं, जिनके दाम भी अलग-अलग हैं। वर्ष 2018 की उड़द की दाल 79 रुपये प्रतिकिलो और वर्ष 2019 की उड़द की दालें 81 रुपये प्रतिकिलों की दर से उपभोक्ताओं को बेची जाएंगी।
यूपी में ये एजेन्सियां बेचेंगी दाल
उत्तर प्रदेश सहकारी कृषि औद्यानिक विपणन संघ (हॉफेड), प्रादेशिक कोआपरेटिव फेडरीशन (पीसीएफ), यूपी एग्रो एवं मण्डी परिषद की मण्डी समितियां।