हिंदू धार्मिक मान्यताओं के अनुसार झाड़ू (Broom) को माता लक्ष्मी का प्रतीक माना जाता है. झाड़ू के उपयोग से हम घर में साफ-सफाई करते हैं. झाड़ू कचरे में मौजूद कई तरह की नकारात्मक ऊर्जा को घर के बाहर कर देती है. जिसकी वजह से हमारे घर में मां लक्ष्मी का वास होता है. झाड़ू (Broom) को खरीदने, घर में रखने और पुरानी झाड़ू को घर से अलग करने के लिए वास्तु शास्त्र में कई नियम बताए गए हैं.
आइए ज्योतिष और वास्तु सलाहकार पंडित कृष्ण कांत शर्मा से जानते हैं कि झाड़ू कहां रखें, पुरानी झाड़ू का क्या करें और इसे किस दिन फेंके, किस दिन नहीं.
पुरानी झाड़ू (Broom) का क्या करें?
यदि आपके घर की झाड़ू पुरानी हो चुकी है और वो टूट चुकी है तो उसे घर से तुरंत हटा देना चाहिए. क्योंकि पुरानी झाड़ू घर में नकारात्मक ऊर्जा लाती है. टूटी झाड़ू का इस्तेमाल करने से बचना चाहिए क्योंकि यह घर में परेशानियां बढ़ाने का काम करती है.
किस दिन और कहां फेंके पुरानी झाड़ू (Broom) ?
यदि आप भी जानना चाहते हैं कि पुरानी या टूटी झाड़ू को घर से कब बाहर निकाला जाए तो इसके लिए सबसे उपयुक्त दिन शनिवार और अमावस्या का माना जाता है. इसके अलावा आप ग्रहण के बाद और होलिका दहन के बाद भी टूटी और पुरानी झाड़ू घर से बाहर निकाल सकते हैं. ऐसा करने से घर की नकारात्मक ऊर्जा झाड़ू के साथ बाहर हो जाती है और घर में सकारात्मक ऊर्जा का संचार बढ़ जाता है.
झाड़ू (Broom) कहां फेंके और कहां नहीं?
अपने घर की पुरानी और टूटी झाड़ू देखने के लिए ऐसी जगह का चुनाव करें जहां उसके ऊपर कोई पैर ना रखें. झाड़ू को नाले या किसी पेड़ के पास भूल कर भी ना फेंके. झाड़ू को जलाना भी नहीं चाहिए.
किस दिन ना फेंके झाड़ू (Broom) ?
गुरुवार, शुक्रवार और एकादशी के दिन झाड़ू को घर से बाहर ना फेंके. ऐसा करने से माता लक्ष्मी नाराज हो जाती हैं और घर में आर्थिक तंगी शुरू हो जाती है.