देहरादून। अगर आपके मन में कुछ करने का जुनून हो तो कोई भी बाधा आड़े नहीं आती है। बेहद गरीब परिवार से ताल्लुक रखने वाली नाजिया ने कड़ी मेहनत के बल पर उत्तराखंड हाईस्कूल में मेरिट सूची में जगह बनाकर माता-पिता का नाम रोशन किया है।
माता-पिता की बीमारी और गरीबी को मात देकर नाजिया ने हासिल किया ये मुकाम
मदर कॉलोनी महेशपुरा निवासी अशफाक एक दुकान पर मोटर मैकेनिक हैं। छह महीने पूर्व उन्हें लकवा हो गया, जबकि पत्नी शबनम तीन वर्षों से रीढ़ की हड्डी के रोग से ग्रस्त हैं। आय का कोई स्रोत नहीं होने के कारण परिवार के आगे आर्थिक संकट खड़ा हो गया। बड़े पुत्र आसिफ को 12वीं, छोटे पुत्र तालिब को 10वीं के बाद बीच में ही पढ़ाई छोड़नी पड़ी। दोनों पार्लर और फर्नीचर की दुकान पर कामकर परिवार पाल रहे हैं।
प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने नाजिया की प्रतिभा को देखते हुए शुल्क माफ कर दिया था
भाईयों ने नाजिया को दो वर्ष पूर्व जीबी पंत इंटर कॉलेज में प्रवेश दिलाया। प्रधानाचार्य अजय शंकर कौशिक ने नाजिया की प्रतिभा को देखते हुए शुल्क माफ कर दिया था।
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बुधवार को जब रिजल्ट आया और नाजिया ने 93.40 फीसदी अंक हासिल कर मेरिट में 24वीं जगह बनाई तो परिवार की खुशी का ठिकाना नहीं रहा। छात्रा की उपलब्धि से गदगद प्रधानाचार्य कौशिक ने नाजिया की हर संभव मदद करने का भरोसा दिलाया है।
नाजिया बताती हैं कि वर्ष 2019 देहरादून में राज्य स्तर पर हुई गायन प्रतियोगिता में वह प्रथम स्थान और संस्कृत श्लोकोच्चारण में भी प्रथम स्थान हासिल कर चुकी हैं।
नाजिया को हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी के साथ संस्कृत भाषा में भी है महारथ हासिल
नाजिया को हिंदी, उर्दू और अंग्रेजी के साथ संस्कृत भाषा में भी महारथ हासिल है। गायन में संगीत शिक्षिका शिल्पी चतुर्वेदी और संस्कृत में शिक्षक जगदीश पांडेय ने सहयोग किया है।