नई दिल्ली। छत्तीसगढ़ बोर्ड ने दसवीं की परीक्षा का रिजल्ट मंगलवा को घोषित कर दिया है। इस परीक्षा प्रज्ञा कश्यप ने 100 फीसदी अंक लाकर इतिहास रच दिया है। वह दसवीं कक्षा की टॉपर बनी हैं। शायद ही कभी आपने या हमने किसी को 100 फीसदी अंक पाते हुए सुना हो। प्रज्ञा ने शत-प्रतिशत अंक हासिल करने का सफर कैसे तय किया इसके बारे में हम आपको बताते हैं?
प्रज्ञा के पिता कवर्धा में शिक्षक हैं। वह संयुक्त परिवार में रहती है। उनके तीनों चाचा भी सरकारी नौकरी करते हैं। उनकी माता लता कश्यप गृहणी हैं। प्रज्ञा ने बताया के वे रोज़ाना दस घंटे पढ़ाई करती थीं और छुट्टी वाले दिन आराम करने के बजाय और ज्यादा पढ़ती थीं। प्रज्ञा बड़ी होकर आईएएस बनना चाहती हैं।
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प्रज्ञा मुंगेली जिले के शासकीय स्कूल जरहागांव में अध्ययनरत हैं। प्रज्ञा ने बताया कि शासकीय स्कूलों में भी अच्छी पढ़ाई होती है, जो लोग कहते हैं कि शासकीय स्कूलों में पढ़ाई नहीं होती वे लोग गलत कहते हैं। मेरे पिताजी शासकीय शिक्षक है और मैं खुद शासकीय स्कूल में पढ़ाई करती हूं। उन्होंने शिक्षकों का भी धन्यवाद जताया।
छत्तीसगढ़ बोर्ड का इस साल 73.62 फीसदी रिजल्ट रहा
इस साल दसवीं का रिजल्ट 73.62 फीसदी रहा, जबकि बारहवीं में 78.59 फीसदी बच्चे पास हुए है। पिछले साल बारहवीं में 78.43 फीसदी स्टूडेंट्स पास हुए थे, जबकि दसवीं में 68.20 प्रतिशत स्टूडेंट्स सफल रहे थे। इस साल दसवीं में 76.28 लड़कियां पास हुईं, जबकि 70.53 फीसदी लड़के सफल हुए। वहीं 12वीं में इस साल 82 फीसदी लड़कियों ने बाजी मारी तो लड़कों का पास प्रतिशत 70.59 रहा।