कोरोना संक्रमण का खतरा

जॉगिंग के समय पीछे दौड़ रहे व्यक्ति को कोरोना संक्रमण का खतरा, जानें वजह

1102 0

नई दिल्ली। देश में कोरोना के प्रकोप के बीच हर कार्य सावधानी करने की सलाह दी जा रही है। इस वायरस से बचने के लिए फिलहाल सोशल डिस्टेंसिंग ही एकमात्र तरीका है। तभी इस बीमारी को और फैलने से रोका जा सकता है। चूंकि, कोरोना वायरस संक्रमण तेजी से फैलता है। यह मुख्य रूप से श्वसन तंत्र को प्रभावित करता है।

सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बताई गई 1.5 से 2 मीटर या 6 फीट की दूरी से यह अधिक होना चाहिए

डॉ. बलवंत सिंह बघेल ने बताया कि संक्रमित व्यक्ति से छींकने, खांसने या यहां तक कि बोलने के दौरान उसके मुंह से निकली द्रव की सूक्ष्म बूंदें हवा के माध्यम से स्वस्थ व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकती हैं। ऐसे में दूरी बनाए रखना बहुत जरूरी हो जाता है। यह ऐसा समय है जब व्यायाम को लेकर भी सतर्कता बरतने की जरूरत है। तो इस महामारी के दौरान रनिंग, वॉकिंग और साइकलिंग के लिए सुरक्षित दूरी क्या है? शोधकर्ताओं का कहना है कि सोशल डिस्टेंसिंग के लिए बताई गई 1.5 से 2 मीटर या 6 फीट की दूरी से यह अधिक होना चाहिए।

नीदरलैंड और बेल्जियम के शोधकर्ताओं ने बताया कि 1.5 मीटर का नियम एक जगह खड़े लोगों के लिए है, लेकिन जब लोग चल या गतिशील हों तो उन्होंने पाया कि बूंदें बहुत आगे जा सकती हैं और संभावित रूप से पीछे आने वाले किसी भी व्यक्ति को भी संक्रमित कर सकती हैं।

भारतीय भाषाओं में कोरोना से बचाव के उपाय बता रहे एनसीबीएस के वैज्ञानिक

शोधकर्ता बताते हैं कि जब कोई दौड़ यानी रनिंग के दौरान सांस लेता है, छींकता है या खांसता है, तो वे कण हवा में पीछे रह जाते हैं। पीछे चल रहा व्यक्ति इस बूंदों से होकर गुजरता है। शोधकर्ता ने व्यक्ति के अलग-अलग पोजिशन पर मूवमेंट देखकर इस निष्कर्ष पर पहुंचे, जिसमें व्यक्ति एक-दूसरे के बगल में, एक दूसरे के तिरछे हों और एक-दूसरे के एकदम पीछे हों।

नतीजे यह संकेत देते हैं कि वॉकिंग और रनिंग के समय बूंदों के संपर्क में आने का सबसे बड़ा जोखिम पीछे वाले व्यक्ति को तब होता है जब आगे वाले व्यक्ति के साथ कतार में होता है। संक्रमण की आशंका बढ़ती है जब आगे और पीछे वाले व्यक्ति के बीच की दूरी कम हो जाती है। शोध के मुताबिक सांस लेने या छींक के दौरान छोड़ी गई बूंदें 4 किमी प्रतिघंटे की गति से चलने वाले व्यक्ति से 5 मीटर और 14.4 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ने वाले व्यक्ति से 10 मीटर पीछे तक जा सकती हैं।

टीम का कहना है कि अगल-बगल में चलना या दौड़ना बेहतर है, लेकिन बताई गई 1.5 मीटर की दूरी बनाए रखना जरूरी है। एक पंक्ति में तेज चलने (4 किमी प्रतिघंटा) के लिए कम से कम 5 मीटर की दूरी है। 10 मीटर के लिए तेज गति से दौड़ना (14.4 किमी प्रतिघंटा) और साइकलिंग (30 किमी प्रतिघंटा) के लिए कम से कम 20 मीटर की दूरी आवश्यक है।

व्यक्तियों के बीच लगभग 1.5 मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए

शोधकर्ताओं के मुताबिक कोरोना वायरस संकट के दौरान, दुनियाभर के देशों ने सलाह दी है कि व्यक्तियों के बीच लगभग 1.5 मीटर की सोशल डिस्टेंसिंग रखी जाए। यह महत्वपूर्ण और प्रभावी माना जाता है, क्योंकि उम्मीद की जाती है कि अधिकांश बूंदें वास्तव में फर्श पर नीचे गिरती हैं या 1.5 मीटर की दूरी तय करने से पहले वाष्पित हो जाती हैं।

वे आगे कहते हैं, ‘हालांकि, इस सोशल डिस्टेंसिंग को उन व्यक्तियों के लिए बताया गया है जो खड़े हुए स्थिति में हैं। अध्ययन इस बात की जांच करता है कि क्या पहला व्यक्ति किसी दूसरे व्यक्ति को 1.5 मीटर या उससे ज्यादा की दूरी पर बूंदों को व्यक्ति में स्थानांतरित करता है या नहीं।

Related Post

राहुल गांधी

राहुल गांधी बोले- ‘यस नहीं, नो बैंक’, मोदी के विचारों ने अर्थव्यवस्था को किया चौपट

Posted by - March 6, 2020 0
नई दिल्ली। वित्तीय संकट से जूझ रहे Yes Bank पर भारतीय रिजर्व बैंक ने पैसे निकालने की ऊपरी सीमा निर्धारित…
CM Bhajan Lal

प्रकृति बचाने के लिए बदलाव की स्वयं से करें शुरूआत- सीएम भजनलाल

Posted by - August 24, 2024 0
जयपुर। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा (CM Bhajan Lal)  ने कहा कि बढ़ता प्रदूषण, जलवायु परिवर्तन और संसाधनों का अंधाधुंध दोहन हमारी…
CM Dhami

पंडित गोविंद बल्लभ पंत का देश के विकास योगदान हमेशा याद रहेगा : धामी

Posted by - September 10, 2023 0
देहारादून। मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने भारत रत्न पंडित गोविंद बल्लभ पंत की जन्म जयंती पर भावपूर्ण स्मरण करते हुए कहा…

मुंबई में 4 अक्टूबर से खुलेंगे 8वीं से 12वीं तक के स्‍कूल, कोरोना नियमों का करना होगा पालन

Posted by - September 30, 2021 0
मुंबई। मुंबई के स्कूलों को 04 अक्टूबर 2021 से फिर से खोलने की मंजूरी मिल गई है। स्‍कूल रीओपनिंग के…