नई दिल्ली । लॉकडाउन के दौरान अप्रैल महीने के पहले 20 दिन में रसोई गैस की मांग में लगभग 20 फीसदी की वृद्धि दर्ज की गयी। देश की सबसे बड़ी तेल विपणन कंपनी इंडियन ऑयल ने बताया कि रसोई गैस की उसकी बिक्री एक अप्रैल से 20 अप्रैल के दौरान 6.97 लाख टन पर पहुंच गई।
कंपनी ने बढ़ी हुई मांग की पूर्ति के लिए तीन महीने के लिए रसोई गैस का अपना आयात 50 प्रतिशत बढ़ा दिया
यह पिछले साल की समान अवधि की तुलना में 19.6 फीसदी अधिक है। इस दौरान उज्ज्वला योजना के 1.1 करोड़ लाभार्थियों को रसोई गैस सिलिंडर की आपूर्ति की गयी है। उसने बताया कि कंपनी ने बढ़ी हुई मांग की पूर्ति के लिए तीन महीने के लिए रसोई गैस का अपना आयात 50 प्रतिशत बढ़ा दिया है। साथ ही एलपीजी बोटलिंग संयंत्रों में दिन-रात काम चल रहा है। यहां तक कि रविवार और अन्य अवकाशों के दिन भी कर्मचारी काम कर रहे हैं।
लॉकडाउन खुलने के बाद अचानक अन्य पेट्रोलियम उत्पादों जैसे पेट्रोल, डीजल, पेट्रोरसायन, विमान ईंधन आदि की मांग भी बढ़ने की संभावना
इंडियन ऑयल ने कहा है कि लॉकडाउन खुलने के बाद अचानक अन्य पेट्रोलियम उत्पादों जैसे पेट्रोल, डीजल, पेट्रोरसायन, विमान ईंधन आदि की मांग भी बढ़ने की संभावना है। इसे देखते हुए उसने इन उत्पादों का पर्याप्त भंडारण पहले से ही कर लिया है। रिफाइनरियों और पाइपलाइन का उसका नेटवर्क उत्पादन बढ़ाने तथा इन उत्पादों की आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए तैयार है। हालांकि अभी उत्पादन कम किया गया है।