लखनऊ। डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विवि और राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान ने स्टरलाइजिंग मशीन के विकास के लिए साथ करने पर सहमत हुए हैं।
संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक सेवाओं वाले सार्वजनिक स्थानों का स्टरलाइजेशन एक अहम कड़ी
वर्तमान में कोरोना वाइरस को नियंत्रित करना एक बड़ी चुनौती साबित हो रहा है। ऐसे में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए आवश्यक सेवाओं वाले सार्वजनिक स्थानों का स्टरलाइजेशन एक अहम कड़ी है। इस चुनौती से निपटने के लिए एकेटीयू और आरएमएलआईएमएस ने मंगलवार को संयुक्त तत्वाधान में स्टरलाइजिंग मशीन विकसित करने के लिए साथ मिलकर कार्य करने का निर्णय लिया है।
एकेटीयू एवं आरएमएल आईएमएस मास्क, हैण्ड ग्लब्ज आदि को निस्तारित करने वाली मशीन के विकास के लिए भी कार्य करेगा
स्टरलाइजिंग मशीन में इंफ्रारेड किरणों के सहयोग से जीवाणु एवं बैक्टीरिया को मारने पर विचार किया जा रहा है। इसके साथ ही एकेटीयू एवं आरएमएल आईएमएस मास्क, हैण्ड ग्लब्ज आदि को निस्तारित करने वाली मशीन के विकास के लिए भी कार्य करेगा, क्योंकि वर्तमान में मास्क, हैण्ड ग्लब्ज आदि का प्रयोग एकाएक बढ़ है और इनका निस्तारण भी एक चुनौती है।
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संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए ऐसी वस्तुओं का प्रयोग के बाद सही निस्तारण जरुरी
ऐसे में संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए ऐसी वस्तुओं का प्रयोग के बाद सही निस्तारण जरुरी हो गया है। अतः एकेटीयू और आरएमएलआईएमएस डिस्पोजल मशीन विकास पर भी कार्य करेगा। इस संबंध में विवि के सेण्टर फार एडवांस स्टडीज के सहायक आचार्य डॉ. अनुज शर्मा ने राम मनोहर लोहिया आयुर्विज्ञान संस्थान में जाकर संस्थान के निदेशक प्रो एके त्रिपाठी एवं मेडिसिन के विभागाध्यक्ष डॉ विक्रम से बैठक की। इस दौरान डॉ अनुज शर्मा ने डॉ विक्रम को 10 फेस शील्ड संस्थान के चिकित्सकों के प्रयोग के लिए प्रदान की।
डॉ अनुज शर्मा ने डॉ विक्रम को 10 फेस शील्ड संस्थान के चिकित्सकों के प्रयोग के लिए प्रदान की
निदेशक प्रो. एके त्रिपाठी ने एकेटीयू के कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक द्वारा प्रदान की गयी। फेस शील्ड के लिए धन्यवाद ज्ञापित किया। साथ ही कोरोना संक्रमण को नियंत्रित करने के लिए एकेटीयू के साथ मिलकर कार्य करने पर प्रसन्नता व्यक्त की।