मुंबई।हिंदी फिल्म इंडस्ट्री में आजकल बायोपिक का दौर चल रहा है अभी हाल ही में आई फिल्म संजू में संजय दत्त की ज़िन्दगी के बारे में दिखाया गया वैसे ही फिल्म ‘ठाकरे’ में शिवसेना के फाउंडर यानी संस्थापक बाला साहेब ठाकरे की कहानी को बड़े परदे पर दर्शाया गया है.जिसका ट्रेलर बुधवार को रिलीज हो गया। देश के चंद बेहतरीन अभिनेताओं में शुमार नवाजुद्दीन सिद्दीकी ने फिल्म में शिवसेना के फाउंडर यानी संस्थापक बाला साहेब ठाकरे का रोल प्ले किया है।
साथ ही बता दें कि ट्रेलर देखते ही आपको पता लगता है कि शिवसेना के इस पूर्व सुप्रीमो की भूमिका में नवाजुद्दीन ने कितना शानदार काम किया है। बता दें कि इस फिल्म को लेकर शिवसेना ने कई तरह की आपत्तियां जताई थीं। सेंसर बोर्ड ने भी फिल्म के कुछ डॉयलॉग्स को हटाने के निर्देश दिए हैं। ठाकरे के ट्रेलर की अवधि कुल 2 मिनट 54 सेकंड है।
इतना ही नहीं 2 मिनट 54 सेकंड के इस ट्रेलर में आपको बाल ठाकरे की जिंदगी से जुड़े कई किस्सों की झलक नजर आएगी। क्योंकि, इनका पूरा सच तो फिल्म रिलीज होने के बाद ही सामने आ पाएगा। ठाकरे ने कैसे शिवसेना बनाई, उनका संघर्ष और प्रेरणा क्या रही? हिंदुत्व को लेकर उनकी सोच क्या थी? जय हिंद और जय महाराष्ट्र के बारे में उनका क्या बयान था? वो मराठी मानुष की बात क्यों करते थे? और आखिरी में वो भारत और पाकिस्तान के बीच क्रिकेट संबंधों के विरोधी क्यों हो गए थे। ये सब बातें आपको इस ट्रेलर में झलक के तौर पर नजर आती हैं। एक सीन में वो जावेद मियांदाद से कहते हैं- लास्ट बॉल पर आपका सिक्सर याद है मुझे। अच्छा था। लेकिन, इतना भी अच्छा नहीं कि मैं सीमा पर शहीद होने वाले परिवारों का दर्द भूल जाऊं।
साथ ही साथ ट्रेलर में सिर्फ नवाजुद्दीन ही नजर आते हैं क्योंकि वो ही ठाकरे में लीड रोल प्ले कर रहे हैं। उनका मेकअप गजब का है। खास बात उनके बोलने का अंदाज भी है। बाबरी मस्जिद तोड़ने वाले सीन का जिक्र भी है। इसमें वो कहते हैं- वहां मस्जिद थी कब, वहां तो रामलला थे। अलग समझ आता है कि नवाजुद्दीन ने बाल ठाकरे के किरदार को पूरी ताकत और लगन से जीने का प्रयास किया है। अब वो कितने कामयाब रहे ये तो फिल्म रिलीज होने के बाद ही पता लग सकेगा। फिल्म में अमृता राव ने बाल ठाकरे की पत्नी मीना ताई की भूमिका निभाई है। ठाकरे 25 जनवरी 2019 को रिलीज होगी। फिल्म का डायरेक्शन अभिजीत पानसे ने किया है। जबकि इसके राइटर शिवसेना के सदस्य संजय राउत हैं। दशरथ मांझी, शआदत हसन मंटो के बाद नवाजुद्दीन की यह तीसरी बायोपिक है। जिसमें वे किसी रियल लाइफ कैरेक्टर को पर्दे पर निभाते नजर आए हैं।