जो लोग जिम जाते हैं। वो लोग एक्सरसाइज करते हैं और साथ में प्रोटीन पाउडर (Protein Powder) जरूर लेते हैं। जिम नहीं जाने वाले युवा भी बॉडी बनाने के लिए या वजन बढ़ाने के लिए प्रोटीन पाउडर लेते हैं। बाजार में बहुत तरह के प्रोटीन पाउडर मिलते हैं जिनके बहुत दावे होते हैं। लेकिन क्या आप जानते हैं कि प्रोटीन पाउडर के साइड इफेक्ट या नुकसान भी होते हैं।
एक्सरसाइज करने के बाद प्रोटीन पाउडर लेने से इंसुलिन में बढ़ोतरी होती हैं। नियमित तौर पर प्रोटीन पाउडर लिया जाए तो इंसुलिन भी नियमित रूप से बढ़ती जाती हैं और आगे चल कर यह सेहत के लिए नुकसानदेह होती हैं। प्रोटीन पाउडर जिस तरह तैयार किया जाता हैं शरीर को नुकसान भी करता हैं।
विशेषज्ञ बताते हैं कि हमारे शरीर को प्रत्येक किलोग्राम वजन के हिसाब से 0.8 से 1 ग्राम प्रोटीन की जरूरत होती हैं। इस तरह अगर आपका वजन 65 किलो है तो आपको 60 से 65 ग्राम प्रोटीन जरूरी है। इतना प्रोटीन तो हमें भोजन से भी मिल जाता हैं। पाउडर में पाए जाने वाले प्रोटीन कई तरह के हार्मोन्स और बायोएक्टिव पेपटिड्स होते हैं, जिन्हें लेने पर सीबम निर्माण बढ़ जाता हैं।
स्वास्थ्य अध्ययनों के मुताबिक, प्रोटीन सप्लिमेंट लेने से मुंहासों की समस्या भी बढ़ सकती हैं। डाइटिशियन बताते हैं कि प्रोटीन पाउडर लेने से शरीर में न्यूट्रिशन का असंतुलन भी हो सकता हैं।
प्राकृतिक प्रोटीन के स्रोत वाले खाद्य जैसे अंडे, दूध, मटन वगैरह लेने से ऐसा होने की संभावना कम होती हैं। कई कंपनियां तेजी से असर करने के नाम पर प्रोटीन पाउडर बनाने के क्रम में स्वास्थ्य मानकों की अनदेखी करती हैं।
ऐसे पाउडर में कुछ ऐसे विषाक्त तत्व होते हैं, जिनकी वजह से सिरदर्द, तनाव, कब्ज और मांसपेशियों में दर्द जैसी समस्याएं होती है। प्रोटीन के लिए पाउडर लेने की बजाय उसके खाद्य स्रोतों पर बल देना चाहिए।