लखनऊ। अंतरराष्ट्रीय महिला दिवस को मनाने की पूर्वोत्तर रेलवे ने विशेष पहल की है। आठ मार्च को महिलाएं ही एक पूरी ट्रेन चलाएंगी। ट्रेन के संचालन से लेकर सिग्नल, टिकट, सुरक्षा और स्वच्छता की जिम्मेदारी महिला कर्मियों के हाथों में ही होगी। मतलब लोको पायलट, सहायक लोको पायलट, गार्ड, कोच कंडक्टर, टिकट निरीक्षक, टिकट परीक्षक, कोच अटेंडेंट, सफाईकर्मी और सुरक्षाकर्मी महिलाएं ही होंगी। ट्रेन को महिलाकर्मी ही सिग्नल देंगी।
55141 नंबर की नौतनवां पैसेंजर ट्रेन को चलाएंगी सिर्फ महिलाएं
गोरखपुर स्टेशन प्रबंधन ने ट्रेन संचलन के लिए रूट के साथ गाड़ी का भी चयन कर लिया है। रूट गोरखपुर-नौतनवां होगा और गाड़ी होगी 55141 नंबर की पैसेंजर ट्रेन। महिला कर्मियों के लिहाज से यह इस ट्रेन को उपयुक्त माना जा रहा है। यह ट्रेन सुबह आठ बजे गोरखपुर से रवाना होकर शाम तक वापस आ जाती है। हालांकि ट्रेन संचलन, यात्रियों की सुविधा में कोई समस्या पैदा न हो, इसके लिए रेलवे का पूरा महकमा महिला कर्मियों के सहयोग में लगा रहेगा।
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गोरखपुर में तैनात हैं छह महिला लोको पायलट व एक गार्ड
गोरखपुर जंक्शन पर छह महिला सहायक लोको पायलट तैनात हैं। कुछ इंजनों के शंटिंग (स्टेशन यार्ड में कोचों को जोडऩा व काटना) का कार्य करती हैं। कुछ गोंडा व नौतनवां तक मालगाड़ी और पैसेंजर ट्रेनें लेकर चलती हैं। इसके अलावा गोरखपुर पश्चिम में एक महिला गार्ड की तैनाती है।
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स्टेशनों पर महिलाएं ही करेंगी यात्रियों का स्वागत
स्टेशनों पर भी महिला कर्मियों को ही यात्रियों के स्वागत की जिम्मेदारी सौंपी गई है। टिकट व पूछताछ काउंटरों सहित स्टेशन के अन्य सभी स्थानों पर प्राथमिकता पर ड्यूटी लगाई जाएगी। प्लेटफार्मों पर लगी टीवी पर भी पूरे दिन महिलाओं से संबंधित कार्यक्रम प्रसारित किए जाएंगे।
सीपीआरओ, एनई रेलवे पंकज कुमार सिंह ने महिला दिवस पर विशेष कार्ययोजना बनाई
सीपीआरओ, एनई रेलवे पंकज कुमार सिंह ने बताया कि महिला दिवस पर विशेष कार्ययोजना बनाई गई है। इसके तहत महिला कर्मियों के नेतृत्व में ट्रेन चलाने की तैयारी शुरू हो गई है। उन्होंने बताया कि पूर्वोत्तर रेलवे में महिलाओं के लिए दस मार्च तक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे।