लखनऊ। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने डिफेंस एक्सपो में अपने स्वागत संबोधन में कहा कि यूपी देश का सबसे महत्वपूर्ण राज्य तो है ही। आने वाले समय में यूपी डिफेंस उपकरणों का हब बनेगा। यह डिफेंस एक्सपो अब तक का सबसे बड़ा एक्सपो है। प्रधानमंत्री मोदी ने रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, रक्षा मंत्रालय व योगी सरकार को भी एक्सपो आयोजित करने की बधाई दी। Defence Expo में मौजूद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गोमती रिवर फ्रंट पर एयर शो देखा। इस दौरान बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
Prime Minister Narendra Modi witnesses air show at #DefExpo2020 in Lucknow. pic.twitter.com/DEi407FKND
— ANI UP (@ANINewsUP) February 5, 2020
मोदी ने कहा तकनीक का गलत इस्तेमाल और आतंकवाद को देखते हुए दुनिया के तमाम देश अपनी रक्षा तकनीक को बढ़ा रही हैं आगे
पीएम मोदी ने कहा कि 21वीं में विकास की जब भारत की बात होती है तो दुनिया की नजर भारत की तरफ उठती है। आज का यह आयोजन भारत की विश्व में भागीदारी का प्रमाण है। रक्षा व अर्थव्यवस्था की जानकारी रखने वाले जानते हैं कि भारत सिर्फ एक बाजार ही नहीं बल्कि विश्व के लिए एक अवसर है। मोदी ने कहा तकनीक का गलत इस्तेमाल और आतंकवाद को देखते हुए दुनिया के तमाम देश अपनी रक्षा तकनीक को आगे बढ़ा रही हैं। भारत भी इससे अछूता नहीं है। पीएम मोदी ने कहा कि हमारी कोशिश है कि आने वाले पांच साल में आर्टिफिशियल इंटेलीजेंस के करीब 25 रक्षा उत्पाद विकसित किए जाएं। बीते पांच वर्षों में डिफेंस के क्षेत्र में तेजी आई है। 2014 के बाद बड़ी संख्या में डिफेंस लाइसेंस विकसित किए गए हैं।
पीएम ने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में डिफेंस एक्सपोर्ट को 35 हजार करोड तक बढ़ाने का लक्ष्य
पीएम ने कहा कि आने वाले पांच वर्षों में डिफेंस एक्सपोर्ट को 35 हजार करोड तक बढ़ाने का लक्ष्य है। डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग में भारत सैकड़ों वर्षों तक डिफेंस एक्सपोर्टर रहा है। आजादी के बाद सबसे बड़ी सेना, सबसे बड़ा लोकतंत्र होने के बावजूद भारत विश्व का सबसे बड़ा हथियारों का आयातक बन गया। वर्ष 2014 के बाद बड़े पैमाने नीतियों का निर्माण किया गया। उन्होंने बताया कि बीते पांच-छह वर्षों में डिफेंस उत्पादों की मैन्युफक्चिरिंग में भारत को आगे बढ़ाने के लिए काम किया जा रहा है। इसके लिए इंफ्रास्ट्रक्चर पर काम किया जा रहा है। हमारी कोशिश है कि डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग सिर्फ सरकारी क्षेत्र तक सीमित न रहे बल्कि निजी क्षेत्रों की भी भागीदारी बढ़े।
भारत की स्पेस तकनीक देश की जनता की सेवा करने के लिए कर रही है काम
भारत में डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग को बढ़ाने के लिए नये लक्ष्य रखे गए हैं। इसके लिए कम से कम दो सौ नए डिफेंस स्टार्टअप्स की शुरूआत का लक्ष्य रखा गया है। इसके अलावा भारत की स्पेस तकनीक देश की जनता की सेवा करने के लिए काम कर रही है। मोदी ने कहा कि हमारे ऊपर अपने देश के साथ ही पड़ोस के देशों को सुरक्षा देना हमारी अपनी जिम्मेदारी है। भारत की डिफेंस महत्वाकांक्षा किसी देश के खिलाफ नहीं है। भारत विश्व शांति का पक्षधर रहा है। आज दुनिया भर में छह हजार से ज्यादा भारतीय सैनिक विश्व शांति स्थापना समूह का हिस्सा है।
Lucknow: Prime Minister Narendra Modi at the inaugural ceremony of the DefExpo 2020. Union Defence Minister Rajnath Singh, Governor Anandiben Patel and Chief Minister Yogi Adityanath also present. #DefenceExpo2020 pic.twitter.com/WYBOGMqkGq
— ANI UP (@ANINewsUP) February 5, 2020
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह डिफेंस एक्सपो देश को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा
डिफेंस एक्सपो के उद्घाटन समारोह को संबोधित करते हुए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने कहा कि यह डिफेंस एक्सपो देश को रक्षा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाएगा। इससे करीब ढाई लाख लोगों को रोजगार मिलेगा। उन्होंने एक्सपो का आयोजन लखनऊ में करवाने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह का आभार जताया। इस मौके पर रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ उपस्थित थे। इसके साथ ही तीनों सेना प्रमुख भी मौजूद थे।
लखनऊ में चल रहे डिफेंस एक्सपो में बोफोर्स तोप सहित कई घातक हथियारों का प्रदर्शन किया जा रहा है। भारी संख्या में लोग एक्सपो में शामिल होने जा रहे हैं।
Defence Expo underway in Lucknow. #DefenceExpo2020 pic.twitter.com/b7KVhYJwkC
— ANI UP (@ANINewsUP) February 5, 2020
लखनऊ में आयोजित डिफेंस एक्सपो में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी एक स्टॉल पर वर्चुअल शूटिंग रेंज को देखते हुए।
#WATCH Lucknow: Prime Minister Narendra Modi at a stall showcasing a virtual shooting range. #DefExpo2020 pic.twitter.com/KQTlfoUWG9
— ANI UP (@ANINewsUP) February 5, 2020
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बोले, हमारी सरकार में डिफेंस सेक्टर में एफडीआई को 100 फीसदी लाने की अनुमति दी गई है। नियमों को उदार बनाया गया है।
इसके अलावा, तीनों सेनाओं में समन्वय व रक्षा खरीद में तेजी लगाने के लिए डिफेंस प्लानिंग कमेटी का गठन किया गया है। आज भारत में दो बड़े डिफेंस मैन्युफैकरिंग का निर्माण किया जा रहा है। जिसमें से एक तमिलनाडु व दूसरा उत्तर प्रदेश में हो रहा है। उन्होंने कहा कि अगले पांच वर्षों में डिफेंस कॉरिडोर में 20 हजार करोड़ रुपये के निवेश का लक्ष्य है।