सिर की त्वचा को मॉइश्चराइज करने बालों (Hair) में मजबूजी आती है साथ ही डैंड्रफ की आशंका भी कम होती है। (hair care) जिन लोगों की त्वचा रुखी है तो सिर की त्वचा भी इसी प्रकृति की होगी। वहीं रुखी त्वचा वालों को सिर की त्वचा का सोराइसिस हो सकता है जिसे स्कैल्प सोराइसिस कहते हैं।
वहीं स्कैल्प सोरायसिस में रुखी त्वचा के छोटे-छोटे टुकड़े गिरने लगते हैं जो डैंड्रफ जैसे ही दिखाई देते हैं। इसके विपरीत जिन लोगों की तैलीय त्वचा वालों को एक अन्य परेशानी होने की संभावना रहती है उनकी सिर की त्वचा पर चिपचिपे चकत्ते बनने लगते हैं।
अक्सर बालों की सबसे आम समस्या होती है डैंड्रफ। डैंड्रफ होने कि वजह चाहे जो भी लेकिन इससे बचने के लिए समय – समय पर सिर की त्चचा को मॉइश्चराइज करते रहना आवश्यक होता है। अगर आप बालों की स्टाइलिंग करते हैं तो इसके लिए कम से कम उत्पादों को इस्तेमाल में ले।
सिर की त्वचा के लिए कई तरह के तेलों का इस्तेमाल किया जा सकता है जैसे जोजोबा का तेल। आप चाहें तो मिनरल ऑयल, कॉड लिवर ऑयल और नारियल तेल का प्रयोग सिर की त्वचा को मॉश्चराइज करने के लिए किया जाता है। अगर सिर की त्वचा स्वस्थ रहेगी तो बाल भी बेहतर बनेंगे।
गौरतलब है कि त्वचा को नर्म रखने के लिए त्वचा के नीचे स्थित तैलीय ग्रंथि से सीबम या तेल बनता है। लेकिन कई बार ये ग्रंथि पर्याप्त मात्रा में सीबम का उत्पादन नहीं करती, जिससे त्वचा में रूखापन आने लगता है। इसलिए ऐसी त्वचा पर तेल लगाना बेहतर रहता होता है।
डैंड्रफ होने से सिर में खुजली होती है और यदि खुजलाने के कारण सिर में घाव हो गए हों तो संक्रमण का खतरा भी बढ़ जाता है। ऐसे में सिर की सफाई और भी आवश्यक हो जाती है। ऐसे में साधारण शैंपू के बजाय बेबी शैंपू का इस्तेमाल कर सकते है