बाराबंकी। बीते साल 2019 के दिसंबर माह में जहांगीराबाद क्षेत्र के निवासी की बेटी जोकि एलएलबी की छात्रा थी, के साथ कॉलेज से लौटते समय दो युवकों ने बड़ेल के पास दुष्कर्म किया था। जिसने बीते कल मंगलवार को फांसी लगाकर अपनी जान दे दी।
उसके द्वारा ऐसा करने पर परिवारीजनों का आरोप है कि दुष्कर्म के आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई न होने से छात्रा परेशान थी। छात्रा ने दो सितंबर को एक लेखपाल समेत दो लोगों पर शहर कोतवाली में दुष्कर्म का केस दर्ज कराया था।
एसपी पूरे मामले की जांच एएसपी उत्तरी आरएस गौतम को सौंपी है।टिकैतनगर क्षेत्र की रहने वाली 22 वर्षीय युवती जहांगीराबाद के एक गांव में अपनी मौसी के घर रहकर एलएलबी की पढ़ाई कर रही थी।
बीते कल मंगलवार सुबह छात्रा को उसकी मौसी उठाने पहुंची तो कमरे का दरवाजा नहीं खुला। कई बार दस्तक देने के बाद भी अंदर कोई आवाज नहीं आई तो परिवारीजनों ने संदेह हुआ। किसी तरह दरवाजा खोला तो युवती का शव फंसे से लटका था।
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उसके गले में दुपट्टा कसा था। पास में एक स्टूल रखा था। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कमरे से मिले मोबाइल फोन को कब्जे में लिया है। प्रभारी निरीक्षक मनोज कुमार का कहना है कि परिवारीजन की तहरीर व जांच के बाद आगे की कार्रवाई होगी।
छात्रा की मां ने दो दिसंबर को शिव पल्टन व लेखपाल शिवकुमार निवासी श्रीराम कालोनी के खिलाफ बेटी के साथ दुष्कर्म करने का केस शहर कोतवाली में दर्ज कराया। इस मामले में पुलिस ने अभी तक किसी आरोपी के खिलाफ कार्रवाई नहीं की। मां का आरोप है कि आरोपियों द्वारा केस वापस लेने का दबाव बनाया जा रहा था। इससे पीड़िता तनाव में थी।