नई दिल्ली। गृह राज्यमंत्री जी कृष्ण रेड्डी ने बुधवार को सदन को बताया है कि 2016 से लेकर इस साल 15 नवंबर तक 3,169 वामपंथी उग्रवादियों ने आत्मसमर्पण किया है। वहीं वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी हिंसा में भी भारी कमी आई है।
गृह राज्यमंत्री ने कहा कि लगातार सिमट रहा है वामपंथी उग्रवाद का दायरा
राज्यसभा में प्रश्न काल के दौरान एक प्रश्न का उत्तर देते हुए गृह राज्यमंत्री ने कहा कि वामपंथी उग्रवाद का दायरा लगातार सिमट रहा है। उन्होंने बताया कि 2016 में 1442, 2017 में 685, 2018 में 644 और इस साल 15 नवंबर तक 398 वामपंथ से जुड़े उग्रवादियों ने आत्म समर्पण किया है। उन्होंने बताया कि 2014 के बाद से इस साल अप्रैल तक वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी हिंसक घटनाओं में 43 प्रतिशत की कमी आई है।
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2018 में वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी घटनायें देश के 60 जिलों तक सीमित
रेड्डी ने बताया कि कमी का यह क्रम 2019 में भी जारी रहा है। 2018 में वामपंथी उग्रवाद से जुड़ी घटनायें देश के 60 जिलों तक सीमित थी। रेड्डी ने सदन को बताया कि सरकार विकास कार्यों पर विशेष ध्यान दे रही है। जनजाति लोगों को 16 लाख भू-स्वामित्व दस्तावेज सौंपे गए हैं। इसके अलावा रियाहशी इलाकों में विकास कार्यों में कई परियोजनायें चलाई जा रही हैं और सड़क, संचार और शिक्षा के क्षेत्र में इन इलाकों में बड़ा काम किया जा रहा है।