नई दिल्ली। संसद के शीतकालीन सत्र के तीसरे दिन बुधवार को राज्यसभा में केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने जम्मू-कश्मीर से आर्टिकल 370 हटाने के बाद वहां के हालातों को लेकर आज राज्यसभा में बयान दिया है। अमित शाह ने दावा किया है कि जम्मू-कश्मीर के हालात अब सामान्य हो गए हैं। शाह ने बताया कि 5 अगस्त को आर्टिकल 370 हटने के बाद से पुलिस फायरिंग में कश्मीर के किसी व्यक्ति की मौत नहीं हुई।
Home Minister Amit Shah in Rajya Sabha: NRC has no such provision which says that no other religion will be taken under NRC. All citizens of India irrespective of religion will figure in the NRC list. The NRC is different from Citizenship Amendment Bill https://t.co/vYMnH9SKQL
— ANI (@ANI) November 20, 2019
अमित शाह ने कहा कि इंटरनेट पर स्थानीय प्रशासन लेगा फैसला
इंटरनेट बंद होने के सवाल पर उन्होंने कहा कि कश्मीर में स्थित सामान्य है। वहां के हालात सुधर रहे हैं। सुरक्षा के सवाल है इस कारण इंटरनेट बंद है। अमित शाह ने कहा कि इंटरनेट पर स्थानीय प्रशासन फैसला लेगा। अमित शाह ने कहा कि जब देश की सुरक्षा, कश्मीर के नागरिकों की सुरक्षा का सवाल है और आतंकवाद से लड़ाई का सवाल है। तब कहीं न कहीं प्रायोरिटी तय करनी पड़ती है। जैसे ही वहां के प्रशासन को उचित लगेगा हम तुरंत इस पर पुन:विचार करेंगे।
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उन्होंने अस्पतालों में दवाओं के सवाल पर कहा कि सभी अस्पतालों में जरुरी दवाएं उपलब्ध हैं। अगर किसी के पास कोई सूचना है कहीं दूर इलाके की भी तो वह मुझसे कभी भी संपर्क कर सकता है, उसे मदद पहुंचाई जाएगी। घाटी के सभी हॉस्पिटल खुले हैं। 20411 स्कूल खुले हैं वहां परीक्षाएं भी हो रही है। कश्मीर में कोई दिक्कत नहीं है। उन्होंने कहा कि एक भी व्यक्ति की जान पुलिस फायरिंग में नहीं हुई।
उन्होंने कहा कि कश्मीर में एक भी नागरिक की मौत सुरक्षा बलों की गोली से नहीं हुई। घाटी के किसी भी थाने में कर्फ्यू नहीं लगा। कश्मीर में पत्थरबाजी की घटनाओं में भी कमी आई है। एनआरसी पर बोलते हुए अमित शाह ने कहा कि किसी धर्म को इससे डरने की जरुरत नहीं है। गरीब लोगों को सरकार कानूनी सहायता भी उपलब्ध कराएंगी। एनआरसी की प्रक्रिया सुप्रीम कोर्ट के आदेश के बाद शुरू हुई। जिनके नाम छूटे हैं वे ट्रिब्यूनल में जा सकते हैं।