मुंबई। महाराष्ट्र में बेशक राजनीतिक समीकरण काफी तेजी से बदल रहे हैं , अब गेंद कांग्रेस के पाले में है। हालांकि एनसीपी और शिवसेना में सहमति बन चुकी है,लेकिन सरकार बनाने की तस्वीर स्पष्ट नहीं हो पा रही है।
मुख्यमंत्री पद के लिए शिवसेना ने भाजपा से अपनी 30 साल पुरानी दोस्ती तोड़ दी है। इसके बावजूद भी वह सरकार नहीं बना सकी है। अब राज्यपाल ने सरकार बनाने का न्योता राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) को दिया है। जिसे 24 घंटे में सरकार बनाने के लिए समर्थन पत्र सौंपना होगा।
सियासी समीकरण में एनसीपी और शिवसेना में काफी हद तक सरकार गठन के लिए सहमति बनती दिखी है, लेकिन आखिरी पेच अब कांग्रेस के समर्थन पर अटका है, क्योंकि संजय निरुपम जैसे नेता शिवसेना के साथ सरकार बनाने के पक्ष में नहीं है। वरिष्ठ कांग्रेस नेता केसी वेणुगोपाल, अहमद पटेल और मल्लिकार्जुन खड़गे जो मंगलवार को शिवसेना के साथ मिलकर सरकार गठन को लेकर बातचीत के लिए मुंबई रवाना हो चुके हैं।
कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शरद पवार के साथ सरकार गठन को लेकर बातचीत की है। जिसके बाद न्यूनतम साझा कार्यक्रम के तहत सरकार चलाने के लिए नियम और शर्तों पर बातचीत होगी। एक बार कांग्रेस और एनसीपी निष्कर्ष पर पहुंच जाएं तो शिवसेना को बातचीत में शामिल किया जाएगा। शरद पवार ने कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व को बताया है कि वह दिल्ली आकर उन्हें विस्तृत जानकारी देंगे।
NCP Chief Sharad Pawar on being asked if there is a delay on part of Congress: I will talk to the Congress. #MaharashtraGovtFormation pic.twitter.com/Y5EQ6oOYuu
— ANI (@ANI) November 12, 2019
एनसीपी मुखिया शरद पवार से जब पत्रकारों ने पूछा कि क्या कांग्रेस की तरफ से देर हो रही है। तो उन्होंने कहा कि मैं कांग्रेस से बात करूंगा। जब उनसे ये पूछ गया कि क्या आज कांग्रेस और एनसीपी के बीच कोई बैठक होने वाली है? तो उन्होंने कहा कि किसने कहा कि बैठक होने वाली है। मुझे नहीं पता।
शरद पवार के भतीजे अजित पवार का कहना है कि सरकार गठन को लेकर चर्चा हो रही है। उन्हें कांग्रेस की तरफ से पत्र नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि ऐसे में उनके अकेले पत्र देने से कुछ नहीं होगा। हाई कमान से जैसा स्गिनल मिलेगा हम वैसा करेंगे। जो भी फैसला लिया जाएगा, वह एकसाथ लिया जाएगा। सरकार बनाने में हो रही देरी पर अजित पवार ने कहा कि हम कांग्रेस का इंतजार कर रहे थे, मगर उनकी तरह से कोई जवाब नहीं आया। हम इसका फैसला अकेले नहीं लेंगे। यहां कोई गलतफहमी नहीं है। हमने एक साथ चुनाव लड़ा है और हम साथ हैं।
सीने में दर्द की शिकायत के बाद संजय राउत को मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया
शिवसेना नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत की तबीयत अचानक खराब हो गई। सीने में दर्द की शिकायत के बाद उन्हें मुंबई के लीलावती हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी प्रमुख शरद पवार उनसे मिलने अस्पताल पहुंचे।
"लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती,
कोशीश करने वालों की कभी हार नही होती ।'
बच्चन.
हम होंगे कामयाब..
जरूर होंगे…— Sanjay Raut (@rautsanjay61) November 12, 2019
मंगलवार को शिवसेना के प्रवक्ता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने ट्वीट कर कहा है कि हम होंगे कामयाब। उन्होंने ट्विटर पर लिखा, ‘लहरों से डर कर नौका पार नहीं होती, कोशिश करने वालों की कभी हार नही होती’- बच्चन। ‘हम होंगे कामयाब, जरूर होंगे।’
राज्य में सरकार बनाना कांग्रेस की नैतिक जिम्मेदारी नहीं: संजय निरुपम
महाराष्ट्र कांग्रेस के वरिष्ठ नेता संजय निरुपम ने ट्वीट कर कहा कि राज्य में सरकार बनाना कांग्रेस की नैतिक जिम्मेदारी नहीं है। अस्थिरता के लिए हम पर किसी भी तरह का दोष लगाना व्यर्थ है। यह भाजपा और शिवसेना की गलती है जिसने राज्य को राष्ट्रपति शासन के दरवाजे पर लाकर खड़ा कर दिया है।’