लखनऊ डेस्क। सनातन धर्म के अनुसार भारत में कुल 33 करोड़ देवी-देवता हैं। स्वभाविक सी बात है जो देश इतने देवी-देवताओं को मानेगा उस देश में हमेशा कोई न कोई त्योहार का माहौल बना रहेगा। सदियों पहले से ही त्यौहार को धूमधाम से मनाने का रिवाज रहा है। दिवाली का त्योहार देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली मनाने के पीछे कई मान्यताएं हैं।
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आपको बता दें दिवाली के दिन ही श्री राम जी वनवास से अयोध्या लौटे थे। अयोध्या वापस लौटने की खुशी में दीपावली मनाई गई थी। मंथरा की गलत विचारों से भ्रमित होकर भरत की माता कैकई ने श्री राम को उनके पिता दशरथ से वनवास भेजने के लिए वचनबद्ध कर देती है।
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जानकारी के मुताबिक 14 वर्ष की वनवास पूरा करने के बाद श्री राम जी दिवाली के दिन अयोध्या वापस लौटे थे। राम जी के वापस आने की खुशी में पूरे राज्य के लोग रात में दीप जलाए थे और खुशियां मनाए थे। उसी समय से दिवाली मनाई जाती है।