नई दिल्ली। हिंदू धर्म में तुलसी के पौधे को पवित्र तो माना जाता है। इसके साथ उसकी पूजा भी की जाती है। तुलसी को ‘जड़ी बूटियों की रानी’ के रूप में भी जाना जाता है। तुलसी पत्ते व अन्य हिस्से का इस्तेमाल लोग सदियों से औषधि रूप में करते आ रहे है।
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तुलसी में कई स्वास्थ्य गुण मौजूद होते है जो सभी बीमारियों को छूमंतर कर देती ,लेकिन आज हम आपकी तुलसी नहीं बल्कि इसकी चाय के बारे में बताने जा रहे हैं। इसकी चाय अर्थराइटिस और डायबिटीज जैसी बीमारियों का काल है। चलिए हम आपको तुलसी की चाय के कुछ ऐसे फायदे बताते हैं, जिससे जानने के बाद अपने दिन की शुरूआत इसी से करेंगे।
जानें कैसे बनाएं तुलसी चाय?
हम आपको बताते हैं कि तुलसी की चाय कैसे बनानी हैं, ताकि आपको इसका पूरा फायदा मिल सके। पैन में एक कप पानी में 5-6 तुलसी के पत्तें, इलायची और अदरक को डालकर तीन मिनट तक उबालें। इसे छानकर गिलास में डालें और फिर इसमें एक टीस्पून शहद व नींबू का रस मिलाकर पिएं।
सर्दी-खांसी से ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी सांस संबंधी बीमारियों में फायदेमंद
इसका सेवन सर्दी-खांसी से ब्रोंकाइटिस और अस्थमा जैसी सांस संबंधी बीमारियों में फायदेमंद होता है। यह खांसी से राहत दिलाती है और बलगम को बाहर निकालने में भी मदद करती हैं, जिससे सांस लेने में आसानी होती है।
लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है ये चाय
नियमित दूध के बजाए तुलसी चाय पिएं, क्योंकि यह शुगर लेवल को कंट्रोल करने में मदद करती है। तुलसी चाय का रोजाना सेवन कार्बो और वसा के मेटाबॉलिज्म को आसान बनाने में भी मदद कर सकता है, डायबिटीज मरीजों के लिए फायदेमंद है।
हमारे इम्यून सिस्टम को करता है मजबूत
रोजाना इस चाय का सेवन करने से इम्यून सिस्टम मजबूत होता है, जिससे आप कई वायरल और बैक्टीरियल बीमारियों से बचे रहते हैं। साथ ही इसमें कुछ ऐसे तत्व होते हैं, जो कंजक्शन को दूर करने में मदद करते हैं।
तुलसी की चाय शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को रखती है सामान्य
रिसर्च के अनुसार तुलसी की चाय शरीर में कोर्टिसोल हार्मोन के स्तर को सामान्य रखती है, जिससे तनाव नहीं होता। इसके साथ ही तनाव होने पर इसकी चाय का सेवन करने से दिमाग तुरंत आराम हो जाता है, जिससे आप डिप्रेशन से भी बचे रहते हैं।
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एंटी-माइक्रोबियल गुणों मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया और रोगाणुओं का खात्मा करते हैं
इसमें मौजूद एंटी-माइक्रोबियल गुणों मुंह के हानिकारक बैक्टीरिया और रोगाणुओं का खात्मा करते हैं, जिससे दांत स्वस्थ रहते हैं। इसके अलावा इससे मुंह से बदबू भी नहीं आती। आप इसे माउथ फ्रेशनर के रूप में भी प्रयोग कर सकते हैं।
गठिया दर्द से राहत दिलाने में मददगार
तुलसी में एंटी इंफ्लामेट्री व यूगेनॉल नामक एक घटक होता है, गठिया दर्द से राहत दिलाने में मददगार है। रोजाना इसका सेवन करने से पाचन क्रिया ठीक रहती है, जिससे आप कब्ज, एसिडिटी जैसी पेट की परेशानियों से बचे रहते हैं।