लखनऊ। उच्च प्राथमिक विद्यालयों के बच्चों (Children) में जिज्ञासा आधारित शिक्षा को बढ़ावा देने, वैज्ञानिक मनोवृत्ति का विकास करने, प्रयोग के अवसर उपलब्ध कराने तथा विज्ञान, गणित एवं प्रौद्योगिकी को लोकप्रिय बनाने के उद्देश्य से योगी सरकार (Yogi Government) ने राष्ट्रीय अविष्कार अभियान के अंतर्गत प्रदेश में विभिन्न गतिविधियों को शुरू करने का निर्णय लिया है।
आधिकारिक सूत्रों ने रविवार को बताया कि इसके तहत सरकार की ओर से जिला और विकास खंड स्तर पर गतिविधियों के संचालन के निर्देश दिए गए हैं। इन गतिविधियों में ब्लॉक स्तर पर क्विज प्रतियोगिता का आयोजन, जिला स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी का आयोजन, प्रदेश के अंदर और प्रदेश के बाहर बच्चों (Children) की एक्सपोजर विजिट जैसी गतिविधियों को सुनिश्चित किया जाना है।
इन कार्यक्रमों के संचालन के लिए सरकार ने वार्षिक कार्ययोजना एवं बजट 2023-24 में 17.46 करोड़ की धनराशि स्वीकृत है, जिसे जिलों को जारी किया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि ‘राष्ट्रीय आविष्कार अभियान’ केंद्र सरकार के शिक्षा मंत्रालय द्वारा संचालित किया जा रहा है। योगी सरकार इसी कार्यक्रम को उत्तर प्रदेश में आगे बढ़ा रही है।
राज्य परियोजना निदेशक विजय किरण आनंद के द्वारा सभी जिलों के बेसिक शिक्षा अधिकारियों को गतिविधियों के संचालन से संबंधित कार्ययोजना और निर्देश जारी किए हैं। इसके अनुसार प्रधानाध्यापक एवं विज्ञान व गणित विषय के शिक्षकों द्वारा परिषदीय उच्च प्राथमिक विद्यालय के बच्चों (Children) के लिए विज्ञान विषय से संबंधित क्विज प्रतियोगिता का आयोजन कराया जाएगा।
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प्रत्येक उच्च प्राथमिक विद्यालयों के उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कक्षा-6 से 01, कक्षा 7 से 02 एवं कक्षा-8 से 03 बच्चों की ब्लॉक स्तरीय क्विज प्रतियोगिता में प्रतिभागिता सुनिश्चित कराई जाएगी। यदि किसी कक्षा में बच्चों का प्रदर्शन संतोषजनक नहीं है तो ऐसी परिस्थिति में प्रधानाध्यापक द्वारा किन्हीं 02 कक्षाओं से अधिकतम 06 बच्चों का चयन किया जाएगा।
विकास खंड स्तर पर खंड शिक्षा अधिकारी के निर्देशन में क्विज प्रतियोगिता का आयोजन संबंधित ब्लॉक के एआरपी, उच्च प्राथमिक एवं कंपोजिट विद्यालय (कक्षा 6 से 8) के प्रधानाध्यापकों के साथ समन्वय स्थापित करते हुए कराया जाएगा। बच्चों की कापी जांचने के लिए आवश्यकतानुसार विज्ञान एवं गणित के शिक्षकों को नियोजित किया जाएगा। ब्लॉक स्तर पर क्विज प्रतियोगिता के लिए स्वीकृत कुल धनराशि में से 10 प्रतिशत की धनराशि उन बच्चों को दी जाएगी, जो जनपद स्तर पर विज्ञान प्रदर्शनी में प्रतिभाग करेंगे।
उन्होने बताया कि जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में कुल 100 बच्चों की प्रतिभागिता सुनिश्चित की जाएगी। विज्ञान पर आधारित समसामयिक विषयों पर मॉडल बनाने के लिए बच्चों को प्रेरित किया जाएगा तथा बच्चों को विज्ञान के शिक्षक, एआरपी द्वारा अपेक्षित सहयोग प्रदान किया जाएगा। जिला स्तरीय विज्ञान प्रदर्शनी में छात्र-छात्राओं द्वारा प्रदर्शित मॉडल्स में से विशेषज्ञों की निर्णायक समिति द्वारा उत्कृष्टता के आधार पर 10 सर्वश्रेष्ठ मॉडल्स का चयन किया जाएगा तथा उन्हें पुरस्कृत किया जाएगा। इसके लिए जनपद स्तर पर डायट प्राचार्य की अध्यक्षता में समिति का गठन किया जाएगा।