लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) ने मंगलवार को लखनऊ में प्रबुद्धजन सम्मेलन को संबोधित किया। लखनऊ वासियों को 1883 करोड़ की 212 विकास परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास कर उन्होंने सौगात दी। सबसे पहले बच्चों का अन्नप्रासन कराया और विभिन्न योजनाओं के लाभार्थियों को चाबी, चेक व प्रशस्ति पत्र प्रदान किया। बाबा साहेब डॉ. भीमराव आंबेडकर के महापरिनिर्वाण दिवस पर श्रद्धांजलि अर्पित की। उन्होंने कहा कि आज सीसीटीवी की नजर शहरों पर है, अपराध करने वाला बच नहीं सकता।
सीएम ने कहा कि आज से 5 साल पहले राजधानी स्थानीय सरकारों की उपेक्षा का दंश झेलता था। लखनऊ भले ही राजधानी थी, लेकिन गंदगी, अव्यवस्था और अराजकता का दृश्य देखकर यहां के स्वरूप का अलग ही मानचित्र दिलो दिमाग पर आता था। 2017 के बाद यूपी में केंद्र की कई योजनाएं लागू हुईं। उनमें स्वच्छ भारत मिशन भी था। ग्रामीण व नगरीय क्षेत्रों को मिलाकर 2.70 करोड़ गरीबों को शौचालय देने, प्लास्टिक पर बैन व माटी कला बोर्ड को पुनर्जीवित करने का परिणाम रहा कि शहरी गंदगी को व्यवस्थित तरीके से निस्तारित करने में बड़ी सफलता प्राप्त हुई।
आज देश में प्रदेश कोरोना प्रबंधन से लेकर कूड़ा प्रबंधन का मॉडल बना है। जब स्वच्छता रैंकिंग आती है तो यूपी के लखनऊ, गाजियाबाद, वाराणसी, अलीगढ़, आगरा की गिनती होती है। 2017 से पहले स्वच्छता रैंकिंग में यूपी के भी शहर देश में सबसे गंदे थे। इसमें सबसे गंदा शहर गोंडा भी यूपी में ही है। 5 वर्ष के अंदर यूपी ने जो सफलता हासिल की, लखनऊ भी उसमें तेजी से बढ़ा है। 2022 स्वच्छता रैंकिंग में लखनऊ की अच्छी रैंकिंग के लिए सीएम ने स्थानीय लोगों को बधाई दी।
यूपी में स्मार्ट सिटी व स्मार्ट युवा दिख रहे
सीएम ने कहा कि यूपी में आज स्मार्ट सिटी से लेकर स्मार्ट युवा दिख सकते हैं। स्मार्ट सिटी की परिकल्पना को साकार किया जा रहा है। आईटीएमएस को कोविड काल में इंटीग्रेटेड कमांड एंड कंट्रोल सेंटर के माध्यम से प्रबंधन के लिए उपयोग किया तो आज सेफ सिटी के साथ ट्रैफिक मैनेजमेंट भी कर रहे हैं। उच्चतम न्यायालय ने कहा था कि शहरों को सेफ सिटी के रूप में बदलने की कार्रवाई कीजिए। स्मार्ट सिटी के अंतर्गत गौतमबुद्धनगर समेत सभी नगर निगमों को इससे जोड़कर सुरक्षा भी दे रहे। शोहदे, अपराधी सोचते हैं कि वह अपराध करके भाग जाएंगे तो ऐसा नहीं होगा, त्रिनेत्र के रूप में सीसीटीवी उस पर नजर रखेगा। इस चौराहे पर घटना करोगे, अगले चौराहे पर पुलिस ढेर कर चुकी होगी।
2017 से पहले लाइट नहीं आती थी
शहरी क्षेत्र में कॉमन बिल्डिंग कोड की व्यवस्था प्रारंभ हुई। सभी मोहल्लों, मकान एक जैसे कलर के दिखें। जल निकासी व सीवर की उचित व्यवस्था होगी। एलईडी स्ट्रीट लाइटों से शहर को जगमगाते देखा होगा। 2017 से पहले लाइट आती नहीं थी, यदि आती भी थी तो बेतरतीब थी। आज किसी भी सड़क पर एक जैसी दूधिया स्ट्रीट लाइट जलती दिख जाएगी। यह बेहतरीन कार्य प्रदेश में होता दिख रहा है। गली-मोहल्लों में सड़कों व एक्सप्रेसवे-हाइवे का निर्माण तेजी से किया गया। हर घर नल, विदद्युत कनेक्शन दिया गया, रसोई गैस कनेक्शन दिया गया तो पब्लिक ट्रांसपोर्ट (इलेक्ट्रिक बस व मेट्रो की सेवा) नई कहानी कह रही है।
लखनऊ का सौभाग्य कि राजनाथ सिंह हैं सांसद
सीएम (CM Yogi) ने कहा कि शहरी व ग्रामीण क्षेत्रों में 45 लाख गरीबों को पीएम आवास योजना का लाभ मिला है। 10 लाख की सूची तैयार हो रही है। डबल इंजन की सरकार ने पीएम स्वनिधि योजना के तहत यूपी में 9 लाख स्ट्रीट वेंडरों को ब्याज फ्री सुविधा का लाभ दिया गया। स्मार्ट होते शहर, स्मार्ट होती सुविधा और 2 करोड़ युवाओं में स्मार्ट फोन व टैबलेट वितरण का काम चल रहा है। नए भारत के नए यूपी की कहानी कहता है। लखनऊ का सौभाग्य है कि रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह यहां के सांसद हैं। उनका नेतृत्व प्राप्त हो रहा है। अटल के समय में राजनाथ सिंह ने शहीद पथ का निर्माण कराया। आज किसान पथ बाहरी रिंग रोड के रूप में बेहतरीन कनेक्टिविटी का हिस्सा है।
ग्रीन कॉरिडोर जाम की समस्या से मुक्ति दिलाएगा। लखनऊ नगर निगम ने प्रदेश के अंदर पहला म्यूनिसिपल बांड जारी किया था। आवासीय योजना में बांड जारी होकर मुंबई स्टाक एक्सचेंज जाकर मैंने बांड जारी कराया था। यह बांड करना प्रतिष्ठा की बात है, उसे आवासीय योजना से जोड़कर नगर निकाय अपनी आय बढ़ाता है।
लखनऊ को शीघ्र देने जा रहे अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर
सीएम (CM Yogi) ने कहा कि लखनऊ को शीघ्र ही अंतरराष्ट्रीय कन्वेंशन सेंटर देने जा रहे हैं। हमने लखनऊ को नई पहचान दिलाने के लिए प्रयास दिया। लखनऊ पौराणिक व ऐतिहासिक नगरी है। आजादी के आंदोलन में लखनऊ का अविस्मरणीय योगदान रहा है। इंटरनेशनल एयरपोर्ट को चालू करने के साथ भारत सरकार की ओर से ब्रह्मोस मिसाइल बनाने का कारखाना लखनऊ में लगने जा रहा है। अब लखनऊ बदल रहा है।
लखनऊ के पास है खुद का गौरव
सीएम ने कहा कि शीघ्र ही नगर निकाय चुनाव घोषित होंगे। 10 से 12 फरवरी तक लखनऊ में आईजीएस का आयोजन होगा, जिसमें देश-दुनिया के 10 हजार से अधिक उद्यमी व निवेशक यहां आएंगे। लखनऊ के पास खुद का गौरव है। 100 वर्ष पुराना लखनऊ विश्वविद्यालय, टेक्निकल शिक्षा का एकमात्र विश्वविद्यालय जो संबद्धता देता है, आईआईएम, प्रदेश में स्वास्थ्य का सबसे अच्छा केंद्र एसजीपीजीआई, केजीएमयू लखनऊ के पास है।
जरी जरदोजी ओडीओपी के माध्यम से यहां की पहचान को वैश्विक मंच पर पहुंचा रहा है। सीएम ने आह्वान किया कि नगर निकाय में पांच वर्ष में हुए परिवर्तन को तेजी से आगे बढ़ाएं। अभी और तेजी लाने की आवश्यकता है, लेकिन पिछली सरकारों की गंदगी को दूर करने में थोड़ा समय लगेगा, लेकिन जिस तेजी से विभिन्न योजनाएं बढ़ी हैं, उस तीव्रता के साथ हम काम को भी बढ़ाएंगे।