उन्होंने कहा कि क्योंकि अंबाजोगई नगर के शवदाहगृहों में संबंधित लोगों का अंतिम संस्कार किए जाने का स्थानीय निवासियों ने विरोध किया था। इसलिए स्थानीय अधिकारियों को अंत्येष्टि के लिए दूसरी जगह ढूंढ़नी पड़ी जहां जगह कम थी।
अंबाजोगई नगर परिषद के प्रमुख अशोक साबले ने बताया कि वर्तमान में हमारे पास जो शवदाहगृह हैं। वहां संबंधित मृतकों का अंतिम संस्कार किए जाने का स्थानीय लोगों ने विरोध किया। इसलिए हमें नगर से दो किलोमीटर दूर मांडवा मार्ग पर एक अन्य स्थान ढूंढ़ना पड़ा।
उन्होंने कहा कि इस नए अस्थायी अंत्येष्टि गृह में जगह की कमी है।
अधिकारी ने बताया कि इसलिए, मंगलवार को हमने एक बड़ी चिता बनाई और इस पर आठ शवों का अंतिम संस्कार कर दिया। यह बड़ी चिता थी और शवों को एक-दूसरे से एक निश्चित दूरी पर रखा गया था।
उन्होंने कहा कि चूंकि कोरोना वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है और इसके चलते मौत का आंकड़ा बढ़ने की आशंका है। इसलिए अस्थायी शवदाह गृह को विस्तारित करने तथा मानसून शुरू होने से पहले इसे वाटरप्रूफ बनाए जाने की योजना तैयार की जा रही है।
बीड जिले में मंगलवार को संक्रमण के 716 नए मामले सामने आए जहां महामारी के अब तक सामने आए मामलों की कुल संख्या 28,491 हो गई है। जिले में कोविड-19 (covid 19)से अब तक 672 लोगों की मौत हो चुकी है।