नई दिल्ली। देश में वर्ष 2022 तक कुल 740 एकलव्य माडल आवासीय विद्यालय (ईएमआरएस) स्थापित किए जाएंगे। यह जानकारी शुक्रवार को राज्यसभा में केंद्रीय जनजातीय मामलों के मंत्री अर्जुन मुंडा ने दी। उन्होंने बताया कि मंत्रालय द्वारा 26 फरवरी, 2020 तक कुल 438 ईएमआरएस स्वीकृत किए गए हैं। इनमें से 285 कार्यशील हैं। मौजूदा दिशानिर्देशों के अनुसार, वर्ष 2022 तक स्थापित होने वाली ईएमआरएस की कुल संख्या 740 है।
गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए 1998-99 से ईएमआरएस की स्थापना
मंत्री ने कहा कि सरकार आदिवासी समुदाय के कल्याण के लिए काम कर रही है, जिसकी प्रतिबद्धता ‘हर एक काम, देश नाम’ है। उन्होंने बताया कि जनजातीय मामलों के मंत्रालय ने आदिवासी बच्चों को अपने परिवेश में गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए 1998-99 से ईएमआरएस की स्थापना की है।
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20,000 एसटी आबादी वाले प्रत्येक ब्लॉक में 2022 तक ईएमआरएस होना चाहिए
एक ईएमआरएस में 480 छात्रों को समायोजित करने की क्षमता है। बजट 2018-19 की घोषणा के अनुसार, 50 फीसदी से अधिक अनुसूचित जनजाति (एसटी) आबादी वाले और कम से कम 20,000 एसटी आबादी वाले प्रत्येक ब्लॉक में 2022 तक ईएमआरएस होना चाहिए। मंत्रालय ने देश भर में 462 ऐसे ब्लॉकों की पहचान की है।