अहमदाबाद। सम्पूर्ण लॉकडाउन की विपरीत परिस्थितियों और कठिनतम चुनौतियों के बावजूद पश्चिम रेलवे (Railways ) ने अपनी 763 पार्सल विशेष गाड़ियों का संचालन किया। इसके जरिये 2.05 लाख टन से अधिक वजन की वस्तुओं का परिवहन किया। इससे रेलवे को लगभग 69.91 करोड़ रु. का राजस्व प्राप्त हुआ है।
यह जानकारी पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसम्पर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने दी। उन्होंने बताया कि सम्पूर्ण लॉकडाउन की विपरीत परिस्थितियों और कठिनतम चुनौतियों के बावजूद 22 मार्च से 18 दिसम्बर तक की अवधि के दौरान 55.04 मिलियन टन अत्यावश्यक वस्तुओं की आपूर्ति करने के लिए पश्चिम रेलवे द्वारा माल गाड़ियों के कुल 25,009 रेकों का इस्तेमाल किया गया।
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कुल 50,466 माल गाड़ियों को अन्य जोनल रेलों के साथ इंटरचेंज किया गया। पश्चिम रेलवे द्वारा 23 मार्च से 18 दिसम्बर तक 763 पार्सल विशेष गाड़ियों के जरिये 2.05 लाख टन से अधिक वजन की वस्तुओं का परिवहन किया गया, जिनमें प्रमुख रूप से कृषि उत्पाद, दवाइयां, मछली तथा दूध आदि शामिल थे। इस परिवहन के जरिये लगभग 69.91 करोड़ रु. का राजस्व प्राप्त हुआ।
इस अवधि के दौरान पश्चिम रेलवे ने वैगन की शत-प्रतिशत उपयोगिता सहित लगभग 1.02 लाख टन भार के साथ 137 मिल्क स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं। इसी प्रकार विविध अत्यावश्यक वस्तुओं के परिवहन हेतु 62,900 टन से अधिक भार सहित 536 कोविड-19 स्पेशल ट्रेनें चलाई गईं।
इनके अलावा 81 इंडेंटेड रेकों को भी लगभग 36,400 टन वजन के साथ वैगनों की शत-प्रतिशत उपयोगिता सहित चलाया गया। साथ ही अभी तक लगभग 2000 टन के वजन सहित नौ किसान रेलें भी चलाई गईं हैं। पश्चिम रेलवे के स्टेशनों से 19 दिसम्बर को कुल तीन पार्सल विशेष ट्रेनें रवाना हुई, जिनमें बांद्रा टर्मिनस से जम्मू तवी के लिए और पोरबंदर से शालीमार के लिए चली विशेष ट्रेनों के अलावा रतलाम से न्यू गुवाहाटी के लिए चली एक किसान रेल भी शामिल हैं।