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कोरोना संकट के बीच मोदी सरकार का फैसला- गरीबों को मिलेगा दो महीने का मुफ़्त राशन

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना

प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना

नई दिल्ली।  कोरोना महामारी संकट को देखते हुए केंद्र सरकार ने प्रधानमंत्री गरीब कल्याण अन्न योजना के तहत अगले दो महीनों के लिए प्रति व्यक्ति 5 किलोग्राम मुफ्त अनाज (5kg free food grain per person per month) देने का ऐलान किया है। गरीबों के लिए ये अनाज मई और जून 2021 के लिए दिए जाएंगे। केंद्र सरकार की इस पहल से 80 करोड़ लोगों को फायदा मिलने की उम्मीद है।

बता दें कि पिछले साल भी इस तरह लॉकडाउन के समय प्रधानमंत्री गरीब कल्याण योजना के तहत लोगों को अनाज बांटे गए थे। प्रधानमंत्री ने शुक्रवार को कहा कि ये बहुत महत्वपूर्ण है कि गरीबों को पोषण युक्त अनाज मिले, जब देश कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सामना कर रहा है। केंद्र सरकार इस योजना पर 26 हजार करोड़ रुपया खर्च करेगी।

कोरोना की ताजा लहर से मुकाबला

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को कोरोना के खिलाफ लड़ाई में राज्यों को पूरे सहयोग का आश्वासन दिया और कहा कि यदि हम ‘‘एक राष्ट्र’’ के रूप में काम करेंगे तो संसाधनों का कोई अभाव नहीं होगा। कोविड-19 की ताजा लहर में सबसे अधिक प्रभावित 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ चर्चा कर महामारी की मौजूदा स्थिति की समीक्षा करने के दौरान प्रधानमंत्री ने कहा कि कोरोना की पहली लहर के दौरान संयुक्त प्रयासों और संयुक्त रणनीति से भारत ने संक्रमण से सफलता पाई थी और इसी सिद्धांत पर काम करते हुए ताजा लहर से भी मुकाबला किया जा सकता है।

बैठक के बाद प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) की ओर से जारी एक बयान के मुताबिक मोदी ने कहा कि वायरस इस बार कई राज्यों के साथ ही टीयर-2 और टीयर-3 शहरों को प्रभावित कर रहा है। उन्होंने इस महामारी से लड़ाई के लिए साथ मिलकर काम करने और सामूहिक शक्ति से मुकाबला करने का आह्वान किया। बयान में कहा गया कि प्रधानमंत्री ने राज्यों को इस लड़ाई में पूरा सहयोग करने का आश्वासन दिया और कहा कि केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय सभी राज्यों से लगातार संपर्क बनाए हुए है और वस्तुस्थिति की लगातार निगरानी कर रहा है तथा साथ ही समय-समय पर उन्हें आवश्यक सलाह भी दे रहा है।

ऑक्सीजन की आपूर्ति पर बोले पीएमऑक्सीजन की आपूर्ति के बारे में राज्यों की ओर से उठाए गए मुद्दों पर प्रधानमंत्री ने कहा कि इसकी आपूर्ति बढ़ाए जाने को लेकर लगातार प्रयास किए जा रहे हैं। उन्होंने कहा कि सभी संबंधित विभाग और मंत्रालय इस दिशा में मिलकर काम कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि औद्योगिक इस्तेमाल में आने वाले ऑक्सीजन का भी चिकित्सीय ऑक्सीजन की जरूरतों के लिए उपयोग किया जा रहा है।

प्रधानमंत्री ने कहा कि ऑक्सीजन टैंकरों को भेजने और फिर उनकी वापसी में लगने वाले समय को कम करने के लिये रेलवे, वायुसेना की मदद ली जा रही है। प्रधानमंत्री ने सभी राज्यों से साथ मिलकर काम करने और दवाइयों और ऑक्सीजन संबंधित जरूरतों को को पूरा करने के लिए एक-दूसरे से सहयोग करने का आग्रह किया। साथ ही उन्होंने राज्यों से ऑक्सीजन की जमाखोरी और कालाबाजारी पर नकेल कसने का आग्रह किया। उन्होंने कहा, ‘‘अगर हम एक राष्ट्र के तौर पर काम करेंगे तो संसाधनों की कोई कमी नहीं होगी।’’

बैठक में महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और दिल्ली सहित कुछ अन्य राज्यों के मुख्यमंत्री शामिल हुए। सरकारी सूत्रों से प्राप्त जानकारी के मुताबिक मुख्यमंत्रियों से संवाद करने से पहले प्रधानमंत्री ने सुबह नौ बजे एक आंतरिक बैठक की जिसमें केंद्र सरकार के विभिन्न मंत्रालयों के वरिष्ठ अधिकारियों ने हिस्सा लिया। इसके बाद प्रधानमंत्री ने 10 राज्यों के मुख्यमंत्रियों के साथ संवाद किया और महामारी की वर्तमान स्थिति की समीक्षा की।

देश में रिकॉर्ड 3,32,730 नये मामले

देश में शुक्रवार को एक दिन में रिकॉर्ड 3,32,730 नये मामले सामने आए। इसके साथ ही देश में संक्रमण के कुल मामले बढ़कर 1,62,63,695 हो गए। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के शुक्रवार तक के आंकड़ों के मुताबिक 24 लाख से अधिक लोग अब भी संक्रमण की चपेट में हैं जबकि 2,263 और लोगों की मौत होने के बाद मृतक संख्या 1,86,920 पर पहुंच गई है। पिछले 24 घंटे में देश में दर्ज कोविड-19 के मामलों में 75.01 प्रतिशत मामले महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, दिल्ली, कर्नाटक, केरल, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, तमिलनाडु, गुजरात और राजस्थान से हैं।

महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा

महाराष्ट्र में संक्रमण के सबसे अधिक रोजाना के मामले 67,013 दर्ज किये गये. इसके बाद उत्तर प्रदेश में 34,254 मामले जबकि केरल में संक्रमण के 26,995 नए मामले दर्ज किये गये। दिल्ली और 11 राज्य – महाराष्ट्र, उत्तर प्रदेश, कर्नाटक, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश, केरल, गुजरात, तमिलनाडु, राजस्थान, बिहार और पश्चिम बंगाल में संक्रमण के रोजाना के मामलों में इजाफा देखा जा रहा है।
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