लखनऊ। विधानसभा के टंडन हाल में बुधवार सुबह 4 नव निर्वाचित एमएलसी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। इस दौरान कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, संजय निषाद, चौधरी वीरेंद्र सिंह गुर्जर और गोपाल अंजान भुर्जी ने एमएलसी पद की शपथ ली। इस दौरान सीएम योगी आदित्यनाथ के अलावा दोनों डिप्टी सीएम भी मौजूद रहे। योगी मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही 3 विधान परिषद सदस्यों की भी घोषणा कर दी गई थी।
लखनऊ। उत्तर प्रदेश में पिछले दिनों मनोनीत हुए भारतीय जनता पार्ची के चार नए विधान परिषद सदस्यों (एमएलसी) को बुधवार को शपथ दिलाई गई। विधानसभा के टंडन हाल में 4 नव निर्वाचित एमएलसी का शपथ ग्रहण समारोह आयोजित किया गया। कार्यक्रम में शपथ विधान परिषद के सभापति कुंवर मानवेन्द्र सिंह ने दिलाई। शपथ लेने वालों में कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, संजय निषाद, चौधरी वीरेंद्र सिंह और गोपाल अंजान हैं। इस दौरान मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और उप मुख्यमंत्री केशव प्रसाद मौर्य भी उपस्थित रहे।
पहले ही हो गई थी नामों की घोषणा
बता दें कि भारतीय जनता पार्टी उत्तर प्रदेश ने योगी मंत्रिमंडल विस्तार के साथ ही मनोनीत विधान परिषद सदस्यों का नाम फाइनल कर दिया था। भाजपा संगठन और सरकार ने चार ऐसे कार्यकर्ताओं के नाम विधान परिषद सदस्य के लिए चुने, जिनके सहारे विधानसभा चुनाव की रणनीति को चौतरफा साधने में मदद मिले।
अलग-अलग समीकरणों में माफिक बैठ रहे चौधरी वीरेंद्र सिंह गुर्जर, गोपाल अंदाज भुर्जी, जितिन प्रसाद और संजय निषाद को एमएलसी मनोनीत करने के लिए सरकार ने राज्यपाल को प्रस्ताव भेजा था। राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने रविवार को नए मंत्रियों के शपथ ग्रहण समारोह से पहले एमएलसी मनोनयन के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए उसे सरकार को भेज दिया था।
5 जुलाई को खत्म हो गया था 4 सदस्यों का कार्यकाल
उत्तर प्रदेश विधान परिषद के चार मनोनीत सदस्यों का कार्यकाल पांच जुलाई 2021 को खत्म हो गया था। उसी दिन से संभावित नामों को लेकर चर्चा और अटकलें शुरू हो गई थीं। यह तय था कि भाजपा ऐसे ही चेहरों को विधान परिषद में भेजेगी, जो जातीय-क्षेत्रीय समीकरणों का संतुलन पूरा करते हुए आगामी विधानसभा चुनाव में भी पार्टी के लिए मददगार साबित हों।
कैबिनेट मंत्री जितिन प्रसाद, संजय निषाद को अलावा पिछड़ों को अपनी चुनावी रणनीति में आगे लेकर चल रहे भगवा दल ने उत्तर प्रदेश खादी ग्रामोद्योग बोर्ड के उपाध्यक्ष गोपाल अंजान भुर्जी को भी विधान परिषद भेजने का निर्णय लिया गया था। इसके साथ ही पश्चिमी उत्तर प्रदेश में जाट और गुर्जर बिरादरी के नेता और छह बार के विधायक वीरेंद्र सिंह गुर्जर पर पार्टी ने भरोसा जताया है। मूल रूप से शामली के कैराना निवासी गुर्जर का जाट बेल्ट में अच्छा प्रभाव माना जाता है। जहां आंदोलन की ताप है, वहां इन्हें पसीना बहाकर ठंडक बढ़ाने के लिए लगाया जाएगा।