लखनऊ। यूपी की लखनऊ लोकसभा सीट से अपनी दावेदारी पेश कर रहे 37 उम्मीदवार बगैर चुनाव लड़े ही हार गए है। बता दें कि जिला निर्वाचन आयोग की स्क्रीनिंग कमेटी ने जांच के बाद 37 प्रत्याशियों का नामांकन खारिज कर दिया है। चुनाव आयोग ने सिर्फ 14 प्रत्याशियों को ही चुनाव लड़ने के योग्य पाया है। योग्य उम्मीदवारों में बीजेपी से राजनाथ सिंह, कांग्रेस से आचार्य प्रमोद कृष्णम और सपा से पूनम शत्रुघ्न सिन्हा का नाम भी शामिल है।
जिला निर्वाचन आयोग के मुताबिक नामांकन पत्र भरते समय अधिकतर प्रत्याशियों ने कई गलतियां की
जिला निर्वाचन आयोग के मुताबिक नामांकन पत्र भरते समय अधिकतर प्रत्याशियों ने कई गलतियां की थी। इनमें से किसी प्रत्याशी के फॉर्म में प्रस्तावक का विवरण नहीं भरा था तो कोई हस्ताक्षर करना ही भूल गया था। इसके अलावा मोबाइल नंबर न भरने के चलते हुई गलतियों के कारण करीब आधा सैकड़ा नामांकन निरस्त कर दिए गए हैं। इस सूची में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की तरह दिखने वाले उनके हमशक्ल भी शामिल हैं। लखनऊ सीट से नामांकन कर दोनों सुर्खियों में आये थे।
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चुनाव आयोग द्वारा नामांकन रद्द होने के बाद कई उम्मीदवारों ने नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन किया
चुनाव आयोग द्वारा नामांकन रद्द होने के बाद कई उम्मीदवारों ने नाराजगी जताते हुए प्रदर्शन भी किया है। हालांकि उनकी आपत्तियां को जिला निर्वाचन आयोग ने खारिज कर दी है। अब जांच के बाद लखनऊ से 14 उम्मीदवार मैदान में बचे हैं। बता दें कि गठबंधन प्रत्याशी पूनम सिन्हा का नामांकन में एकदम सही पाया गया है। उन्होंने रविवार से विधिवत चुनाव प्रचार शुरू कर दिया। पूनम सिन्हा ने मुंशी पुलिया चौराहे से अपने प्रचार अभियान की शुरुआत की। सपा प्रत्याशी लखनऊ स्थित जनेश्वर मिश्रा पार्क भी गईं, जहां उन्होंने मतदाताओं से अपने पक्ष में वोट मांग़ा।
राजधानी की दो लोकसभा सीटों पर भाग्य आजमाने के लिए इस बार 76 लोगों ने किया था नामांकन
बता दें कि राजधानी की दो लोकसभा सीटों पर भाग्य आजमाने के लिए इस बार 76 लोगों ने नामांकन किया था। इनमें लखनऊ सीट के लिए 51 और मोहनलालगंज सीट पर 25 लोगों ने अपनी दावेदारी पेश की थी। आवेदकों के फॉर्म गलत न होने पाए, इसीलिए करीब 6 दिन तक नामांकन करने का समय दिया गया था। जिनको अपना नामांकन फॉर्म गलत भरे जाने की जानकारी मिली, उनमें से कई ने दूसरे फॉर्म भी भरे थे।