मेरठ। कोरोना की तीसरी लहर से पहले प्रदेश की स्वास्थ्य सुविधाओं की बेहतरी क्रम में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ रविवार को नोएडा में कोरोना के हालात की समीक्षा करने के बाद मेरठ पहुंचे। जहां उन्होंने सबसे पहले कलेक्ट्रेट में पहुंचकर जिले के कोविड कमांड सेंटर का भी निरीक्षण किया।
जहां जिलाधिकारी व कमिश्नर सुरेंद्र सिंह से पूरे जिले के कोविड अस्पताल के बारे में बातचीत की। साथ ही मरीजों के बारे में और उन्हें मिल रहे चिकित्सा व्यवस्था के बारे में भी स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों से जानकारी ली। पूरे जिले में जहां-जहां सीसीटीवी कैमरे हैं वहां कोविड कमांड सेंटर से उन्हें जोड़ा गया है।
गांवों में कोरोना संक्रमण रोकना प्राथमिकता : Yogi
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने पुलिस लाइन स्थित पुलिस कोविड अस्पताल भी कमांड सेंटर से देखा। जहां पुलिस अधिकारियों से बातचीत की। यह पुलिस का प्रदेश में पहला पुलिस कोविड अस्पताल है। जिसमें 30 बेड की व्यवस्था है और यह लेवल 2 का बनाया गया है। इसमें पुलिस लाइन अस्पताल व अन्य सरकारी अस्पताल के सरकारी डॉक्टर कोरोना का इलाज कर रहे हैं। इससे पहले पुलिसकर्मियों को दिन या रात में अन्य अस्पतालों में भर्ती होना पड़ता था।
भारतीय किसान यूनियन के कार्यकर्ता मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलना चाहते थे। इसके लिए सभी कमिश्नरी के बाहर चौधरी चरण सिंह पार्क के सामने पहुंचे। जहां कार्यकर्ताओं को रोकने के लिए पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी। एसपी क्राइम राम अर्ज के नेतृत्व में भाकियू कार्यकर्ताओंको पुलिस ने रोक लिया।
एसपी क्राइम ने कहा कि कोई भी कार्यकर्ता कमिश्नरी में नहीं जा सकता और ना ही अंदर जाने की अनुमति है। इस पर कार्यकर्ताओं ने हंगामा कर पुलिस से तीखी नोकझोंक की। कार्यकर्ता कमिश्नरी के बाहर बीच सड़क पर ही धरने पर बैठ गए। भाकियू नेताओं ने कहा है कि किसानों की मांगे नहीं सुनी जा रही हंै और प्रदेश सरकार किसानों का उत्पीड़न कर रही है।