CM Dhami

भारत में 10 साल में 30 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आए: CM धामी

4 0

देहारादून। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने सोमवार को इस बात पर प्रकाश डाला कि केंद्र सरकार की नीतियों के कारण पिछले एक दशक में देश भर में लगभग 30 करोड़ लोग गरीबी रेखा से बाहर आए हैं। मुख्यमंत्री ने यह बात आज देहरादून में केंद्रीय सामाजिक न्याय और अधिकारिता मंत्रालय के दो दिवसीय चिंतन शिविर को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि यह उनके राज्य के लिए गौरव की बात है कि सामाजिक न्याय जैसे महत्वपूर्ण विषय पर यहां राष्ट्रीय स्तर का चिंतन शिविर आयोजित किया जा रहा है। धामी ने कहा, “यह चिंतन शिविर बाबा साहेब अंबेडकर और पंडित दीनदयाल उपाध्याय जैसे मनीषियों की सोच का विस्तार भी है। इस शिविर में आयोजित होने वाला संवाद भविष्य में अपनाई जाने वाली सामाजिक सशक्तिकरण की नीतियों का रोडमैप तैयार करेगा।”

मुख्यमंत्री (CM Dhami) ने कहा कि आज देश में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “दूरदर्शी नेतृत्व” में “सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास” के मूल मंत्र के साथ काम हो रहा है।

कई दशकों तक देश का समाज कल्याण विभाग कुछ चुनिंदा कार्यों तक ही सीमित माना जाता था। लेकिन नरेन्द्र मोदी के प्रधानमंत्री बनने के बाद अपनाई गई नीतियों और योजनाओं के कारण पिछले एक दशक में देश के लगभग 30 करोड़ लोग गरीबी से बाहर आने में सफल हुए हैं।

उन्होंने (CM Dhami) कहा कि आज देश में एक ओर जहां केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय बुजुर्गों, विधवाओं और दिव्यांगों को विशेष पेंशन देकर उनके जीवन स्तर में सुधार ला रहा है, वहीं दूसरी ओर विद्यार्थियों को छात्रवृत्ति देकर उन्हें अपना भविष्य उज्ज्वल बनाने का अवसर भी दिया जा रहा है।

इसी प्रकार, विभिन्न योजनाओं और नीतियों के माध्यम से स्वरोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देकर अति पिछड़े वर्गों को मुख्यधारा में लाने का प्रयास किया जा रहा है। नशे की लत से ग्रस्त लोगों के लिए जागरूकता कार्यक्रम और पुनर्वास केंद्र भी चलाए जा रहे हैं।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के मार्गदर्शन में राज्य सरकार सामाजिक न्याय की अवधारणा को भी प्रदेश में धरातल पर उतारने का काम कर रही है। वृद्धावस्था पेंशन बढ़ाने के साथ ही राज्य सरकार पति-पत्नी दोनों को पेंशन दे रही है। पेंशन योजनाओं का भुगतान मासिक आधार पर किया जा रहा है, तथा पेंशन योजनाओं को ऑनलाइन किया जा रहा है। अंत्योदय परिवारों को प्रतिवर्ष तीन गैस सिलिंडर निःशुल्क दिये जा रहे हैं।

इसी प्रकार अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति वर्ग के बच्चों को कक्षा एक से 12वीं तक छात्रवृत्ति देने के साथ ही उनके लिए 15 छात्रावास, 5 आवासीय विद्यालय, तथा 3 आईटीआई भी निःशुल्क चलाये जा रहे हैं। प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी के लिए निःशुल्क कोचिंग एवं मासिक छात्रवृत्ति भी दी जा रही है। अनुसूचित जाति एवं अनुसूचित जनजाति के व्यक्तियों की पुत्रियों की शादी के लिए 50 हजार रूपये का अनुदान भी दिया जा रहा है। जनजातीय क्षेत्रों में अवस्थापना सुविधाओं के विकास के साथ ही जनजातीय शोध संस्थान के लिए 1 करोड़ रूपये के कार्पस फण्ड की व्यवस्था भी की गई है।

मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी (CM Dhami) ने कहा कि राज्य सरकार की अटल आवास योजना के अंतर्गत अनुसूचित जाति के आवासहीन परिवारों को पक्का मकान बनाने के लिए एक लाख बीस हजार रूपये की धनराशि उपलब्ध करायी जा रही है। प्रधानमंत्री जन जाति उन्नत ग्राम अभियान के अंतर्गत उत्तराखण्ड के 128 जनजातीय गांवों का चयन किया गया है। उत्तराखण्ड में केंद्रीय सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के सहयोग से बुजुर्गों को नेत्र उपचार एवं जेरिएट्रिक केयर उपलब्ध कराने के लिए लोगों को प्रशिक्षित किया जा रहा है। मुख्यमंत्री ने कहा कि राज्य में दिव्यांगों को सरकारी नौकरियों में 4 प्रतिशत आरक्षण दिया जा रहा है। राज्य सरकार नशा मुक्त देवभूमि अभियान को मिशन मोड में चला रही है। सरकार राज्य के हर जिले में नशा मुक्ति केंद्र संचालित करने की योजना पर भी काम कर रही है, नैनीताल जिले के हल्द्वानी में एक केंद्र शुरू भी हो चुका है। जहां एक ओर राज्य में भिक्षावृत्ति में लिप्त बच्चों को बचाकर स्कूल जाने के लिए प्रोत्साहित किया जा रहा है, वहीं युवाओं एवं वयस्कों को कौशल विकास प्रशिक्षण प्रदान कर स्वरोजगार से जोड़ने का भी प्रयास किया जा रहा है। इस दिशा में राज्य सरकार द्वारा किए जा रहे प्रयासों को और मजबूत करने के लिए मुख्यमंत्री ने कहा कि केंद्र सरकार की स्माइल योजना के तहत राज्य के चार शहरों का चयन किया गया है। अंत में मुख्यमंत्री ने सभी प्रतिभागियों को आगामी चारधाम यात्रा में आने का निमंत्रण दिया और कहा कि इस वर्ष से राज्य सरकार ने शीतकालीन यात्रा भी शुरू कर दी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वयं हर्षिल का दौरा कर प्रतिभागियों का उत्साहवर्धन किया है।

Related Post

मिस दिवा 2020 

मिस दिवा 2020 बनने के लिए सुनहरा मौका, आज ही करें आवेदन

Posted by - December 13, 2019 0
नई दिल्ली। कई युवतियों की आकांक्षाओं को पंख लगाने वाली प्रतिष्ठित सौंदर्य प्रतियोगिता लिवा मिस दीवा 2020 प्रतियोगिता अपने आठवें…