इस्लामाबाद। पाकिस्तान में क्रिकेट बहाल होने की उम्मीद है। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड के हाथ खींच लेने के बाद वेस्ट इंडीज की टीम पाकिस्तान का दौरा करने के लिए राज़ी हो गई है। हालांकि, ये दौरा वेस्ट इंडीज की पुरुष टीम का नहीं बल्कि, महिला क्रिकेट टीम का होगा। वेस्ट इंडीज की महिला क्रिकेट टीम 3 वनडे की सीरीज के लिए पाकिस्तान का दौरा करेगी। ये सीरीज 8 से 14 नवंबर के बीच खेली जाएगी। इसके बाद यहीं से वेस्ट इंडीज की महिला टीम वनडे वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स खेलने जिम्बाब्वे के लिए रवाना होगी, जिसका आगाज 21 नवंबर से होना है।
पाकिस्तान और वेस्ट इंडीज की महिला टीमों के बीच वनडे सीरीज के सभी मुकाबले कराची के नेशनल स्टेडियम में खेले जाएंगे। गौरतलब है कि इस साल की शुरुआत में पाकिस्तान की महिला टीम ने भी वेस्ट इंडीज का दौरा किया था, जहां उसने 3 टी20 और 5 वनडे खेले थे। वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड के सीईओ जॉनी ग्रेव ने वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स से पहले पाकिस्तान के दौरे को खुद की टीम को अच्छी तैयारी का मौका बताया है।
वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स में मिलेगा फायदा
वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड के सीईओ के मुताबिक, वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स के लिए पाकिस्तान का दौरा अहम कड़ी है, जो कि बीच नवंबर में जिम्बाब्वे में खेला जाना है। पाकिस्तान के इस दौरे से टीम को अलग-अलग कंडीशन में खेलने का अनुभव मिलने लगा है। हमारा मकसद इसका फायदा उठाकर अगले साल होने वाली महिला विश्व कप की टीम में अपनी जगह को सुनिश्चित करना है। वेस्ट इंडीज की महिला टीम फिलहाल एंटीगा में हाई परफॉर्मेन्स ट्रेनिंग कर रही है और वर्ल्ड कप क्वालिफायर्स की तैयारियों में जुटी है।
पाकिस्तान में सुरक्षा से संतुष्ट है वेस्ट इंडीज
पाकिस्तान दौरे पर टीम को मिलने वाली सुरक्षा व्यवस्था से भी वेस्ट इंडीज क्रिकेट बोर्ड के सीईओ काफी संतुष्ट है। न्यूजीलैंड और इंग्लैंड की टीमों ने वहां की सुरक्षा को देखते ही दौरे से अपने हाथ खींच लिए थे। न्यूजीलैंड की टीम ने तो पाकिस्तान का दौरा बीच में ही छोड़ दिया था। वहीं कीवी टीम का बुरा हाल देखकर इंग्लैंड की टीम ने भी अपने इरादे टाल दिए थे। न्यूजीलैंड के बाद इंग्लैंड की पुरुष और महिला दोनों ही टीम को पाकिस्तान का दौरा करना था। वेस्ट इंडीज बोर्ड के सीईओ ने कहा, वेस्ट इंडीज की महिला टीम के लिए वैसी ही सुरक्षा की व्यवस्था की गई है, जैसी 2018 और 2019 के पाक दौरे पर वेस्ट इंडीज की पुरुष और महिला टीम के लिए की गई थी।
बता दें कि 2009 में श्रीलंका टीम पर आतंकवादी हमले के बाद सुरक्षा चिंताओं के कारण ज्यादातर देश पाकिस्तान जाने से कतराते है।