Over 1.45 lakh new corona infected in 24 hours

भारत में 3.86 लाख नए केस, पिछले 24 घंटों में 3,498 लोगों की मौत

579 0

नई दिल्ली। भारत में कोरोना वायरस संक्रमण के रिकॉर्ड 3,86,452 नए मामले (3.86 lakh new cases in India) सामने आए है। केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, देश में पिछले 24 घंटों में कोविड-19 से 3,498 लोगों की मौत हुई। वहीं एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 31,70,228 हो चुकी है। देश में गुरुवार को संक्रमण से 2,97,540 लोग ठीक भी हुए। नए मामलों के आने के बाद देश में संक्रमण के कुल केस की संख्या 1,87,62,976 हो गई है, जिसमें 1,53,84,418 लोग ठीक हो चुके हैं। यह कुल संक्रमित मामलों का करीब 81.99 फीसदी है।

वहीं एक्टिव केस (इलाज करा रहे लोग) की संख्या बढ़कर 31,70,228 हो चुकी है, जो कुल मामलों का 16.90 फीसदी है। देश में कोविड-19 के कारण अब तक 2,08,330 लोगों की मौत हुई है। नए मामलों में सबसे ज्यादा महाराष्ट्र में 66,159 केस, केरल में रिकॉर्ड 38,607 मामले, उत्तर प्रदेश में 35,156, कर्नाटक में 35,024 और राजधानी दिल्ली में 24,235 नए केस शामिल हैं. देश में लगातार नौवें दिन 3 लाख से अधिक केस दर्ज किए गए हैं।

15.22 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज लगाई गई

देश में अब तक कोरोना वायरस संक्रमण की जांच के लिए 28,63,92,086 सैंपल की टेस्टिंग की जा चुकी है। ICMR के मुताबिक, गुरुवार को देश भर में 19,20,107 सैंपल की जांच की गई। देश में अब तक 15.22 करोड़ से ज्यादा वैक्सीन की डोज लगाई जा चुकी है। गुरुवार को देश भर में 22,24,548 डोज लगाई गई। स्वास्थ्य मंत्रालय के आंकड़ों के अनुसार अब तक 2,67,58,250 लोगों को वैक्सीन की दोनों डोज लगाई गई है। वहीं 12,54,86,929 लोगों को एक डोज लग चुकी है। 1 मई से 18 साल से अधिक उम्र के लोगों के लिए वैक्सीनेशन शुरू हो जाएगा।

Related Post

पुलिस को नहीं मिल पा रहा धनंजय का कोई सुराग

पुलिस को नहीं मिल पा रहा धनंजय का कोई सुराग

Posted by - April 5, 2021 0
पूर्व प्रमुख अजीत सिंह हत्याकांड में आरोपित पूर्व सांसद धनंजय सिंह की तलाश में लखनऊ पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है लेकिन अभी तक उसका कोई सुराग नहीं लग पाया है। छापेमारी करने जा रही पुलिस टीम बैरंग वापस लौट रही हैं। शनिवार को जौनपुर में उसके कालीकुत्ती स्थित आवास व अन्य स्थानों पर छापेमारी की गयी  थी लेकिन उसके न मिलने पर पुलिस टीम को खाली हाथ वापस लौटना पड़ा था। इसके अलावा पुलिस टीमों ने राजधानी में धनंजय के करीबी लोगों के ठिकानों पर भी छापेमारी की है लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल सका है। मालूम हो कि सूबे की राजधानी लखनऊ में गत छह जनवरी को मऊ के पूर्व ब्लाक प्रमुख अजीत सिंह की गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। मुठभेड़ में मारे जा चुके अजीत सिंह हत्याकांड के शूटरों में एक कन्हैया विश्वकर्मा उर्फ गिरधारी उर्फ डाक्टर के बयान के आधार पर लखनऊ पुलिस ने धनंजय सिंह को साजिशकर्ता के तौर पर आरोपित किया था। पुलिस को चकमा देकर धनंजय सिंह ने पिछले महीने पुराने केस में एमपीएमएलए कोर्ट प्रयागराज में आत्मसमर्पण कर दिया था। नैनी सेंट्रल जेल से उसे फतेहगढ़ सेंट्रल जेल स्थानांतरित कर दिया गया था। महाराष्ट्र में कोरोना से हालात बेकाबू, सरकार का नाइट कर्फ्यू, वीकेंड लॉकडाउन का ऐलान जब तक लखनऊ पुलिस उसे अजीत हत्याकाण्ड में वारन्ट लेती तब तक गत 31 मार्च को एमपीएमएलए कोर्ट से जमानत मंजूर हो जाने पर वह गुपचुप तरीके से जेल से रिहा हो गया था। इसे लेकर लखनऊ पुलिस की खूब किरकिरी हुई। इसके बाद से लखनऊ पुलिस अजीत हत्याकाण्ड में उसे आरोपी मानकर लगातार  छापेमारी कर रही है लेकिन उसका कुछ पता नहीं चल पा रहा है। इसी कड़ी में धनंजय सिंह की तलाश में शनिवार को जौनपुर गयी लखनऊ पुलिस की टीम ने स्थानीय पुलिस को साथ लेकर उसके कालीकुत्ती स्थित आवास पर दबिश दी थी। वह घर पर नहीं मिला। इसके बाद पुलिस ने उसकी तलाश में जमैथा निवासी करीबी आशुतोष सिंह के दीवानी कचहरी रोड स्थित आवास पर भी छापेमारी की थी। पूर्व सांसद के गृह गांव सिकरारा थाना क्षेत्र के बनसफा गांव में भी दबिश दी गयी। मालूम हो कि शनिवार को धनजंय सिंह की पत्नी श्रीकला रेड्डी ने जिला पंचायत सदस्य पद के लिए नामांकन पत्र दाखिल किया था।