लखनऊ। सूबे के 75 जनपदों में कोरोना वायरस का प्रकोप दिनों दिन बढ़ रहा है। हर रोज मरीजों के आ रहे आंकड़े रिकॉर्ड तोड़ रहे हैं। राजधानी लखनऊ में भी वायरस चरम पर है। यहां इलाज को लेकर अस्पतालों में मारामारी है। सोमवार को कोरोना के 1820 नए मरीज (1820 new corona patients found in uttar pradesh) मिले हैं। हालांकि सरकार कोरोना के बढ़ रहे मामलों पर लगाम लगाने के लिए हर संभव प्रयास कर रही है। प्रदेश के कई जिलों में नाइट कर्फ्यू भी लगा दिया गया है।
यूपी में कोरोना वायरस की रफ्तार बढ़ती जा रही है. हर रोज मरीजों का रिकॉर्ड टूट रहा है। सोमवार को 1820 लोगों में कोरोना की पुष्टि हुई है।
स्वास्थ्य व्यवस्था बदहाल
सूबे में वायरस का प्रकोप दिनों दिन बढ़ रहा है। प्रदेश के कुल मरीजों के 50 फीसदी से अधिक मरीज मात्र चार जनपदों लखनऊ, प्रयागराज, वाराणसी और कानपुर में हैं। अब तो स्थिति यह हो गई है कि जहां गत वर्ष 11 सितम्बर को राज्य में सर्वाधिक मरीज 7,103 पाए गए थे। वहीं बीते रविवार को कोरोना के 15,353 मरीज पाए गए हैं। इस दौरान 67 मरीजों की मौत हो गई।
वहीं राजधानी के कई अस्पतालों में बेड फुल हो गए हैं। कोरोना के कई गंभीर मरीजों की पांच-पांच दिन से कोविड आईसीयू में शिफ्टिंग नहीं हो पा रही है। स्थिति यह है कि मार्च माह में राज्य में जहां कोरोना के सक्रिय मामले सिर्फ 2000 के करीब थे, वहीं 10 अप्रैल को बढ़कर यह संख्या 71,241 हो गई है। सोमवार सुबह ही 1820 नए कोरोना मरीज मिले हैं और दो लोगों की मौत हो गई।
कैसे बढ़ा प्रकोप
दिन | मरीज | मौत |
चार अप्रैल | 4,164 | 31 |
पांच अप्रैल | 3,999 | 13 |
छह अप्रैल | 5,928 | 30 |
सात अप्रैल | 6,023 | 40 |
आठ अप्रैल | 8,490 | 39 |
नौ अप्रैल | 9,695 | 37 |
10 अप्रैल | 12,787 | 48 |
11 अप्रैल | 15,353 | 67 |