कोरोना संक्रमण का प्रसार वन अनुसंधान संस्थान तक पहुंचने से हड़कंप मचा है। दरअसल एफआरआई में अब तक 14 प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारी कोरोना पॉजिटिव पाए जा चुके हैं जबकि अब भी करीब 29 प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारी और 67 स्टाफ की कोरोना रिपोर्ट आनी बाकी है।
आपको बता दें कि मंगलवार को 8 प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारी संक्रमित पाए गए थे। बुधवार को 6 दूसरे प्रशिक्षु अधिकारी भी कोरोना पॉजिटिव मिले थे। इसके बाद सभी प्रशिक्षु और कर्मचारियों का आरटी पीसीआर टेस्ट करवाया गया है. शाम तक रिपोर्ट आने की उम्मीद है।
खास बात यह है कि संक्रमण एफआरआई में पहुंचने के बाद प्रशिक्षु आईएफएस अधिकारियों की ट्रेनिंग को अगले 3 दिनों तक रोक दिया गया है। सोमवार से अगले 10 दिन तक ऑनलाइन ट्रेनिंग ही दी जाएगी।
कोरोना के बढ़ते मामलों के कारण अब पर्यटकों को भी एफआरआई के दीदार नहीं हो पाएंगे। अगले 10 दिन तक एफआरआई की तरफ से बाहरी लोगों के आने पर पूरी तरह से प्रतिबंध लगा दिया गया है।
उत्तराखंड में पहला केस FRI से ही आया था
बता दें कि पिछले साल इंदिरा गांधी नेशनल फॉरेस्ट एकेडमी के ट्रेनी आईएफएस अधिकारियों में ही सबसे पहले कोरोना संक्रमण पाया गया था।
उत्तराखंड में 24 घंटे में 1109 संक्रमित, पांच की मौत
उत्तराखंड में छह महीने के बाद एक दिन में नए कोरोना संक्रमितों का आंकड़ा एक हजार पार पहुंचा है। बुधवार को एक दिन में 10 जिलों में 1109 संक्रमित मिले हैं। पांच कोरोना मरीजों की मौत हुई है। अब तक कुल संक्रमितों की संख्या 1,04,711 हो गई है। वहीं, सक्रिय मरीज 4,526 पहुंच गए हैं।
स्वास्थ्य विभाग के मुताबिक बुधवार को 31,249 सैंपलों की जांच रिपोर्ट आई है। इनमें से 30,140 सैंपल नेगेटिव पाए गए. 1,109 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं. बीते 24 घंटे में देहरादून और हरिद्वार जिले में ही 817 संक्रमित मिले हैं।
ये रही जिलेवार स्थिति
देहरादून में 509, हरिद्वार में 308, नैनीताल में 113, ऊधमसिंह नगर में 84, पौड़ी में 57, टिहरी में 19, रुद्रप्रयाग में 10, चंपावत में पांच, अल्मोड़ा में तीन, चमोली में एक संक्रमित मिला है. बागेश्वर, उत्तरकाशी व पिथौरागढ़ जिले में कोई संक्रमित नहीं मिला है।