यूपी में भी कोरोना की दूसरी लहर का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। मरीजों की बढ़ती संख्या को देखते हुए कोविड अस्पतालों को दोबारा खोलने की प्रक्रिया तेज हो गई है। लखनऊ में भी संक्रमण को लेकर स्क्रीनिंग, टेस्टिंग पर जोर देने के निर्देश दिए गए हैं. वहीं कंटेनमेंट जोन बनाकर कोविड प्रोटोकॉल को सख्ती से लागू किया जाएगा।
कोरोना को लेकर सरकार अलर्ट
अपर मुख्य सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अमित मोहन प्रसाद ने सभी जिलों को अलर्ट किया है। साथ ही दूसरी लहर के खतरों को लेकर आगाह किया है। शुक्रवार को 1,44,839 लोगों के सैंपल की जांच की गई। इसमें 71,500 लोगों का आरटीपीसीआर टेस्ट हुआ। ऐसे में प्रदेश भर में कुल 1032 लोग करोना की चपेट में मिले। यह पिछले तीन माह में सर्वाधिक है. शनिवार सुबह ही मरीजों की संख्या 95 पहुंच गई हैं. एसीएमओ डॉ एमके सिंह के मुताबिक लखनऊ में वायरस का प्रकोप बढ़ गया है। ऐसे में कोविड प्रोटोकॉल को लेकर सख्ती की जाएगी। अभी राजधानी में 880 कंटेंमेंट जोन हैं. नए केस मिलने पर 20 नए कंटेनमेंट जोन बनाने के लिए पत्र लिखा गया है।
तेजी से लुढ़क रहा रिकवरी रेट
वर्तमान में 5,824 एक्टिव मामले हैं। इनमें 3,328 मरीज होम आइसोलेशन में हैं। शेष मरीज सरकारी और निजी अस्पतालों में इलाज करा रहे हैं। मार्च के शुरुआती हफ्ते में रिकवरी रेट जहां 98.25 थी, वहीं अब कुछ ही दिनों में घटकर 97.6 पर आ गई है। अस्पतालों में मरीज बढ़ रहे हैं। अब तक 5,96,698 मरीज ठीक हो चुके हैं। वहीं 8,779 लोगों की मौत हो चुकी है।
बाहर से आने वाले लोगों से बढ़ रहा संक्रमण
देश में कोरोना के मामले बढ़ रहे हैं। कई राज्यों में संक्रमण तेजी पकड़ रहा है। यह वायरस की दूसरी लहर का खतरा है। होली के दौरान बाहर से लोग संक्रमण भी ला रहे हैं। इससे संक्रमण और तेजी से बढ़ सकता है। ऐसे सभी लोगों की रेलवे स्टेशन, एयरपोर्ट पर जांच कराई जा रही है। बावजूद लोगों को खुद भी ध्यान रखना होगा। सार्वजनिक कार्यक्रमों में जानें से बचें, कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें। मंगलवार को प्रदेश के 65 जनपदों में जहां 638 नए मामले कोरोना के पाए गए थे, वहीं बुधवार को 66 जनपदों में वायरस पहुंच गया। इनमें 24 घंटे में 737 मरीज पाए गए। गुरुवार को 67 जनपदों में 836 लोग वायरस की चपेट में मिले। शुक्रवार को 1032 कोरोना के मरीज मिले।
लखनऊ में डीआरएम कार्यालय सील, सचिवालय पहुंचा वायरस
लखनऊ में वायरस बेकाबू हो रहा है। शुक्रवार को 300 नए मरीज पाए गए हैं। वहीं डीआरएम-एनईआर कार्यालय के अफसर पॉजिटिव मिलने पर सील कर दिया गया। वहीं वायरस सचिवालय पहुंच गया है। यहां 13 कर्मी पॉजिटिव पाए गए, ऐसे में खाद्य रसद विभाग समेत कई अनुभाग बंद कर दिए गए। इसके अलावा माध्यमिक शिक्षा निदेशालय में 10 संक्रमित अधिकारी, कर्मी पाए गए। इसे भी बंद किया गया। बढ़ते संक्रमण को लेकर स्वास्थ्य विभाग के अफसरों को स्क्रीनिंग, टेस्टिंग अभियान को जोर देने को कहा है। साथ ही कंटेनमेंट जोन में सख्ती बरतने का निर्देश दिया। नगर निगम ने एक से अधिक केस मिलने वाले घरों में बैरिकेडिंग करना शुरू कर दिया है। लखनऊ में 880 कंटेंमेन्ट जोन बनाए गए हैं।
मार्च में ऐसे बढ़ा वायरस
यूपी में 1 मार्च को राज्य में 87 मरीज पाए गए। इसके बाद 2 मार्च को 105 मरीज रहे। 3 मार्च को 77, 4 मार्च को 119, 5 मार्च को 128, 6 मार्च को 131,7 मार्च को 117, 8 मार्च को 103, 9 मार्च को 151, 10 मार्च को 128, 11 मार्च को 146, 12 मार्च को 167, 13 मार्च को 156, 14 मार्च को 178, 15 मार्च को 151, 16 मार्च को 228, 17 मार्च को 261, 18 मार्च को 321, 19 मार्च को393,20 मार्च 442 व 21 मार्च 496, 22 मार्च को 542, 23 मार्च को 638, 24 मार्च को 737, 25 मार्च 826, 26 मार्च को 1032 लोगों में वायरस की पुष्टि हुई।