गोरखपुर: राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद (President Ram Nath Kovind) ने शनिवार देर शाम गोरखनाथ मंदिर (Gorakhnath Temple) पहुंचकर गुरु गोरखनाथ का दर्शन-पूजन किया। पूरे विश्व मे प्रसिद्ध नाथ पंथ की इस पीठ पर पधारे राष्ट्रपति का गोरक्षपीठाधीश्वर एवं मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ (CM Yogi Adityanath) की अगुवाई में अभूतपूर्व स्वागत किया गया। राष्ट्रपति (President) ने गोरखनाथ मंदिर में पूजा अर्चना के बाद गोशाला जाकर गोसेवा की और मुख्यमंत्री की तरफ से आयोजित जलपान में शामिल हुए। उनके साथ देश की प्रथम महिला नागरिक सविता कोविंद और प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल भी उपस्थित रहीं।
गीता प्रेस में आयोजित समारोह के संपन्न होते ही राष्ट्रपति का काफिला सीधे गोरखनाथ मंदिर पहुंचा। यहां मंदिर परिसर में प्रवेश करते ही उनका स्वागत फरुवाही, मयूर आदि लोक नृत्यों से हुआ। इस प्रकार के अभूतपूर्व स्वागत से अभिभूत राष्ट्रपति अपने वाहन से उतर लोक कलाकारों के बीच पहुंच गए। उन्होंने कलाकारों की प्रस्तुतियों पर ताली बजाकर और उनसे आत्मीय संवाद कर उनका उत्साहवर्धन किया। मंदिर के मुख्य द्वार पर महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के अध्यक्ष प्रो यूपी सिंह, गोरखनाथ मंदिर के प्रधान पुजारी योगी कमलनाथ, देवीपाटन शक्तिपीठ के महंत मिथिलेश नाथ व गोरखनाथ मंदिर के सचिव द्वारिका तिवारी ने राष्ट्रपति का स्वागत किया।
101 वेदपाठी विद्यार्थियों द्वारा उच्चारित वेदमंत्रों की गूंज के बीच कोविंद मुख्य मंदिर में शिवावतारी गुरु गोरखनाथ की प्रतिमा समक्ष पहुंचे और श्रद्धावनत होकर दर्शन किया। यहां राष्ट्रपति के साथ गुरु गोरक्षनाथ संस्कृत विद्यापीठ के तीन आचार्यों ने विधि विधान से पूजन की प्रक्रिया संपन्न कराई। गुरु गोरखनाथ का दर्शन पूजन करने के उपरांत राष्ट्रपति श्री कोविंद ब्रह्मलीन महंत अवेद्यनाथ जी महाराज की समाधि पर पहुंचे और उनकी प्रतिमा पर पुष्पार्चन कर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि दी।
मंदिर की गोशाला में राष्ट्रपति ने की गोसेवा
गोरखनाथ मंदिर आगमन पर राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद मंदिर की गोशाला भी पहुंचे। यहां उन्होंने गोसेवा करते हुए गायों को गुड़ रोटी व हरा चारा खिलाया। गोवंश के बीच कुछ पल व्यतीत करते हुए राष्ट्रपति बेहद प्रसन्न नजर आ रहे थे।
170 विशिष्ट जनों से एक-एक करके मिले राष्ट्रपति
मंदिर की गोशाला का भ्रमण करने के बाद राष्ट्रपति कोविंद मंदिर परिसर स्थित ब्रह्मलीन महंत दिग्विजय नाथ स्मृति सभागार पहुंचे। यहां उनके सम्मान में मुख्यमंत्री एवं गोरक्षपीठाधीश्वर योगी आदित्यनाथ की तरफ से जलपान का आयोजन किया गया था। इस आयोजन में समाज के 170 अति विशिष्टजनों को भी आमंत्रित किया गया था।
संत कबीर की साधना स्थली मगहर में राष्ट्रपति का आगमन
राष्ट्रपति एक-एक करके इन सभी विशिष्टजनों से मिले और उनसे परिचय प्राप्त किया। राष्ट्रपति से मुलाकात करने वालों में महापौर सीताराम जायसवाल, राज्यसभा सदस्य शिव प्रताप शुक्ल, जयप्रकाश निषाद, डॉक्टर राधा मोहन दास अग्रवाल, सांसद रवि किशन शुक्ल, कमलेश पासवान, प्रवीण निषाद, विधायक राजेश त्रिपाठी, सरवन निषाद, फतेह बहादुर सिंह, श्रीराम चौहान, विपिन सिंह, महेंद्रपाल सिंह, प्रदीप शुक्ला, एमएलसी विशाल सिंह, ब्रिगेडियर पंकज सिंह, दीपेंद्र रावत, ग्रुप कैप्टन आकाश चोपड़ा, दीनदयाल उपाध्याय गोरखपुर विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर राजेश सिंह, मदन मोहन मालवीय प्रौद्योगिकी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर जेपी पांडेय, गुरु गोरखनाथ आयुष विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर एके सिंह, महायोगी गोरखनाथ विश्वविद्यालय के कुलपति मेजर जनरल डॉ अतुल वाजपेयी, हिंदुस्तान उर्वरक एवं रसायन लिमिटेड के मुख्य प्रबंधक सुबोध दीक्षित समेत गणमान्य उद्योगपति, व्यापारी, महाराणा प्रताप शिक्षा परिषद के पदाधिकारी शामिल रहे।