बंगाल में मुख्यमंत्री ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) की पार्टी ने जीत की हैट्रिक बनाई मगर खुद नंदीग्राम ( Nandigram) सीट से चुनाव हार गई हैं। उन्हें, तृणमूल छोड़कर भाजपा में गए शुभेंदु अधिकारी ने 1956 वोट से हराया। रात 11 बजे आए नतीजों के मुताबिक, नंदीग्राम ( Nandigram) में कुल 17 राउंड की काउंटिंग हुई। ममता बनर्जी ने 12वें से 15वें राउंड तक बढ़त बनाई, लेकिन आखिरकार अधिकारी ने उन्हें शिकस्त दे ही दी।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस196 सीटें जीत चुकी है जबकि 18 सीटों पर उसकी बढ़त बनी हुई है। वहीं भाजपा 65 सीटें जीत चुकी है और 11 सीटों पर आगे चल रही है। तमिलनाडु में द्रमुक 106 सीटों पर आगे हैं जबकि 49 सीटों पर उसने अपनी जीत का परचम लहरा दिया है। अन्नाद्रमुक ने समाचार देने तक 22 सीटें जीत ली थी और 57 पर अपनी बढ़त बनाए हुए थी। केरल में माकपा ने 91 सीटें जीत ली थीं जबकि 2 सीटेों पर आगे चल रही थी। असम में भाजपा 59 सीटें जीतकर और 15 सीटों पर आगे चल रही थी। जबकि कांग्रेस ने 32 सीटें जीती और 18 पर आगे चल रही है।
पंचायत चुनाव की मतगणना के दौरान टूटा कोविड प्रोटोकॉल
62 दिन चली चुनाव प्रक्रिया के बाद रविवार को बंगाल, असम, तमिलनाडु, केरल और पुडुचेरी के चुनाव नतीजे आए। इन पांचों जगह पर अकेली नंदीग्राम सीट का फैसला भारी पड़ गया। ह्यखेलाह्ण और झमेला भी यहीं होता दिखा। बंगाल की इस सीट से खुद सीएम ममता बनर्जी (Mamta Banerjee) मैदान में थीं। उनका मुकाबला शुभेंदु अधिकारी से होने की वजह से भी यहां चुनाव रोचक हो गया था।
इससे पहले, शाम साढ़े 4 बजे खबर आई कि नंदीग्राम ( Nandigram) में ममता 1200 वोटों से जीत गई हैं, लेकिन करीब डेढ़ घंटे बाद शाम 6 बजे भाजपा की कळ सेल के प्रमुख अमित मालवीय ने दावा किया कि ममता (Mamta Banerjee) जीती नहीं, बल्कि 1,622 वोटों से हार गई हैं। उधर, चुनाव आयोग की वेबसाइट अलग ही आंकड़े बताती रही। बंगाल के पूरे चुनाव में सबसे ज्यादा चर्चा इसी सीट की रही। तृणमूल छोड़कर भाजपा में आए शुभेंदु ने कहा था कि वे 50 हजार वोटों से जीतेंगे और अगर हार गए तो राजनीति छोड़ देंगे।