केंद्रीय गृह मंत्रालय ने शुक्रवार को कहा कि पंजाब के राज्यपाल को चंडीगढ़ प्रशासक की जिम्मेदारी से हटाने का कोई फैसला नहीं किया गया है और न ही ऐसे किसी प्रस्ताव पर विचार किया जा रहा है। मंत्रालय के एक प्रवक्ता ने कहा कि इस संबंध में सुखबीर सिंह बादल के ट्वीट में व्यक्त की गई आशंका निराधार है। उन्होंने कहा, ‘यह भी स्पष्ट किया जाता है कि सुखबीर सिंह बादल ने यह मुद्दा केंद्रीय गृह मंत्री (अमित शाह) के समक्ष नहीं उठाया है।’
Apprehension expressed in Sukhbir Singh Badal’s tweet that he met and urged the Union Home Minister to review the Union Government’s decision to appoint a full-fledged Administrator for Chandigarh by divesting the Governor of Punjab of this charge, is unfounded: Spokesperson, MHA pic.twitter.com/8WToKrHoGl
— ANI (@ANI) August 13, 2021
बता दें कि सुखबीर सिंह बादल ने 12 अगस्त की रात को एक ट्वीट किया था। इसमें उन्होंने गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की जानकारी दी थी और कहा था कि उनसे अनुरोध किया है कि चंडीगढ़ के लिए पूर्ण प्रशासक नियुक्त कर पंजाब के राज्यपाल को इस जिम्मेदारी से हटाने के फैसले की समीक्षा करें। बादल ने आगे लिखा था कि केंद्र का यह फैसला अपनी राजधानी पर पंजाब के दावे को कमजोर करने का प्रयास है जो कतई स्वीकार्य नहीं है।
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Have conveyed to the HM that there is no reason to appoint a full-fledged administrator for the UT from outside Punjab. Till the UT is not transferred to Pb, the officer should be appointed from the state. Chandigarh is inseparable from Pb & must be transferred to it ASAP.
— Sukhbir Singh Badal (@officeofssbadal) August 12, 2021